आने वाले कुछ ही दिनों में महिलाएं पहली बार मिलिट्री पुलिस के तौर पर ड्यूटी करती नजर आएंगी. जल्द पहला बैच की ट्रेनिंग शुरू होने जा रही है. कुछ ही साल पहले महिलाओं को पहली बार मिलिट्री पुलिस का हिस्सा बनाने की घोषणा हुई थी. जिसके बाद अब भारतीय सेना ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है. सेना ने बताया है कि मिलिट्री पुलिस में महिलाओं के पहले बैच की ट्रेनिंग के लिए तैयारियां चल रही हैं.
भारतीय सेना ने बताया है कि महिलाओं की मिलिट्री पुलिस की ट्रेनिंग के लिए देशभर से इंस्ट्रक्टर (प्रशिक्षक) चुने जा रहे हैं. जिसके बाद महिला मिलिट्री पुलिस के पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू होगी.
सेना ने कुछ ही महीने पहले ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पहली बार सेना पुलिस में महिलाओं की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी. करीब दो साल पहले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि सेना में जवान के तौर पर महिलाओं की भर्ती की जाएगी. इससे पहले सेना की इस ब्रांच में महिलाओं को शामिल नहीं किया जाता था. इससे पहले सेना में सेना की चिकित्सा, विधिक, शिक्षा, सिग्नल और इंजीनियरिंग विभाग जैसे चुनिंदा क्षेत्रों में ही महिलाओं की भर्ती की इजाजत थी.
क्या काम करती है सेना पुलिस?
सेना की जिस टुकड़ी में महिलाओं को शामिल किया गया है, उसका काम कैंटोनमेंट क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर नजर बनाए रखना है. सेना पुलिस इस क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति से पूछताछ कर सकती है. सेना क्षेत्र के अंतर्गत होने वाले किसी भी अपराध में सबसे पहले सेना पुलिस ही कार्रवाई करती है. इसके अलावा सैन्य प्रतिष्ठानों की निगरानी, सैनिकों के नियम-कायदों के उल्लंघन को रोकने, सैनिकों की गतिविधि को बनाये रखने जैसे काम भी सेना पुलिस के होते हैं. शांति और युद्ध की स्थिति में जरूरत पड़ने पर सामान्य पुलिस या लोकल पुलिस को सहायता उपलब्ध कराने में भी अहम भूमिका निभाती है.
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