मुंबई की पहली और भारत की दूसरी टेस्ट ट्यूब बेबी हर्षा चावड़ा अब खुद भी एक स्वस्थ और खूबसूरत बच्चे की मां बन चुकी हैं. हर्षा (29) का जन्म 6 अगस्त, 1986 को विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया से हुआ था.
हर्षा ने सोमवार को मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल में डॉ. इंदिरा हिंदुजा और डॉ. कुसुम जावेरी की देखरेख में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
हर्षा को जन्म देने वाली डॉक्टर्स ने ही कराई उसकी डिलिवरी
हर्षा की डिलिवरी के दौरान वही टीम मौजूद थी, जो कि हर्षा के जन्म के दौरान मौजूद रही थीं. विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया के तहत जन्म लेने वाली हर्षा स्वाभाविक रूप से प्रेग्नेंट हुईं और पूरी तरह से स्वस्थ 3.18 किलो वजन के बच्चे को जन्म दिया.
मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. हिंदुजा ने मां और बच्चे के पूरी तरह से स्वस्थ होने की पुष्टि की है.
हर्षा के जन्म को याद करते हुए डॉ. हिंदुजा कहती हैं कि वह दिन मेडिकल की दुनिया में चमत्कार का दिन था. उन्होंने हर्षा की डिलिवरी के दौरान आई परेशानियों के बारे में भी बात की.
उस वक्त टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक का चलन पश्चिमी देशों में ही था. भारत में उस समय तक इसे स्थापित नहीं किया गया था, फिर साल 1986 में हमें हर्षा के जन्म के साथ पहली सफलता मिली. हमें कई जगहों से इसके लिए अनुमति लेनी पड़ी थी.डॉ. इंदिरा हिंदुजा
नवजात बच्चे के जन्म के साथ ही हर्षा के पूरे परिवार के साथ-साथ डिलिवरी कराने वाली टीम में भी खुशी की लहर दौड़ गई.
हर्षा के जीवन में मातृत्व का ये सुखद एहसास शादी के एक साल बाद आया है. हर्षा ने बीते साल मुंबई के एक अकांउटेंट दिव्यपाल शाह के साथ शादी की थी.
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