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भारत का व्यापार घाटा बढ़ा, 6 महीने में 1.66% घटा निर्यात 

निर्यात सालान आधार पर 1.66 प्रतिशत घटकर 25.97 अरब डॉलर रहा.

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भारत
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वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश के निर्यात में लगातार छठे महीने भी गिरावट दर्ज की गई है. भारत का निर्यात जनवरी माह में गिरकर 1.66 प्रतिशत पहुंच गया है. मंत्रालय ने 14 फरवरी को ये आंकड़ा जारी किया.

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जनवरी 2020 के दौरान निर्यात सालाना आधार पर 1.66 प्रतिशत घटकर 25.97 अरब डॉलर रहा. इस दौरान आयात में भी 0.75 प्रतिशत की गिरावट आई है. ये 41.14 अरब डॉलर के बराबर रहा.

पिछले एक साल में भारत का व्यापार घाटा 0.12 अरब डॉलर बढ़ गया है. जनवरी महीने में व्यापार घाटा (निर्यात से अधिक आयात) 15.17 अरब डॉलर रहा. जो जनवरी 2019 में व्यापार घाटा 15.05 अरब डॉलर था. 

दस महीने में निर्यात 1.93 प्रतिशत गिरा

आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी 2019-20 के दस महीने के दौरान निर्यात एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 1.93 प्रतिशत गिरकर 265.26 अरब डॉलर रहा. इस दौरान आयात में 8.12 प्रतिशत गिरावट रही और यह 398.53 अरब डॉलर रहा. इस 10 महीने की अवधि में व्यापार घाटा 133.27 अरब डॉलर रहा.

रिटेल महंगाई भी बढ़ी

जनवरी में भी रिटेल महंगाई की दर बढ़कर 7.59 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. इससे पहले दिसंबर 2019 में खुदरा महंगाई दर 7.35 फीसदी दर्ज की गई थी. देश में खुदरा महंगाई दर मई 2014 के बाद के सबसे ऊंचे स्तर पर चली गई है. सब्जियों, अंडों, गोश्त, मछली जैसे खाद्य पदार्थो और ईंधन की कीमतों में तेजी की वजह से खुदरा महंगाई में उछाल आया है. 12 फरवरी को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने ये आंकड़े जारी किए .

उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक जनवरी 2018 में शून्य से 2.24 फीसदी कम था, जबकि इस साल जनवरी में बढ़कर 13.63 फीसदी हो गया. इसी तरह, ईंधन के दाम बढ़ने के कारण फ्यूल और लाइट कैटेगरी की महंगाई दर बढ़कर 3.66 फीसदी हो गई.

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई दर बीते महीने जनवरी में 7.59 फीसदी दर्ज की गई है, जो देश में खुदरा महंगाई दर का मई 2014 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है.

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