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विरोध के एक वोट के बावजूद भारत से प्यार न होगा कम: इजरायल

इजरायल के राजदूत ने कहा है कि भारत-इजरायल के संबंध संयुक्त राष्ट्र के एक वोट से कहीं ज्यादा मजूबत हैं

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भारत-इजरायल के संबंध संयुक्त राष्ट्र के एक वोट से कहीं ज्यादा मजूबत हैं. भारत में इजरायल के राजदूत डेनियल कार्मोन ने शुक्रवार को ये बातें कही. कार्मोन ने इसका जिक्र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इजरायल की राजधानी के तौर पर यरुशलम को मान्यता दिए जाने पर भारत के वोट को लेकर किया.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के रविवार से शुरू हो रहे भारत दौरे से पहले एक सवाल के जवाब में कार्मोन ने कहा, "सवाल ये है कि क्या ये हमारे संबंधों को प्रभावित करेगा या क्या ये संबंध को प्रभावित कर सकता है." उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि संबंध संयुक्त राष्ट्र में एक वोट के इधर-उधर होने से अधिक मजबूत है."

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क्या है मामला?

बीते महीने भारत संयुक्त राष्ट्र महासभा के बहुमत वाले प्रस्ताव में शामिल हो गया और उसने मांग की कि यरूशलम की स्थिति बदलने के खिलाफ अमेरिका सुरक्षा परिषद के फैसले का सम्मान करे. कार्मोन ने हालांकि कहा कि संयुक्त राष्ट्र में वोट का बहुत ज्यादा महत्व है और उन्होंने कहा कि ये सब भारत व इजरायल के बीच हमेशा संयुक्त एजेंडे में रहा है. उन्होंने कहा, "कभी भारत इजरायल के पास आग्रह लेकर आता है और कभी इजरायल भारत के पास आग्रह के साथ आता है." उन्होंने कहा, "हम हमेशा इन आग्रहों को पूरा नहीं कर सकते. इसकी वजह है कि हम दो देश हैं और संयुक्त राष्ट्र के दो सदस्य हैं."

राजदूत ने बीते साल इंटरनेशनल कोर्ट के लिए भारतीय उम्मीदवार न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी के समर्थन का भी जिक्र किया.

इजरायली प्रधानमंत्री का दौरा है

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 14 जनवरी से भारत के दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री मोदी के इजरायल दौरे 6 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं कि नेतन्याहू भारत की यात्रा पर आ रहे हैं. साफ है कि ये दौरा दोनों देशों के रिश्ते के लिहाज से खास होने जा रहा है.

भारत का दौरा करने वाले दूसरे पीएम

साल 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बनने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू भारत का दौरा करने वाले इजरायल के दूसरे प्रधानमंत्री होंगे. इससे पहले साल 2003 में इजरायल के प्रधानमंत्री एरियल शेरॉन ने नई दिल्ली का दौरा किया था.

कासेट (इजरायल संसद) के शीतकालीन सत्र की शुरुआत के दौरान नेतन्याहू ने कहा था, पिछले कुछ सालों में, मैंने अंटार्कटिका के अलावा सभी महाद्वीपों का दौरा किया है. उन्होंने कहा, जनवरी में, मैं अपने अच्छे मित्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जाऊंगा, जहां की आबादी मानवता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. मोदी ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 25 वर्ष का जश्न मनाने के लिए जुलाई, 217 में इजरायल का दौरा किया था.

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