शुक्रवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के घर पर छापा मारा. पॉश गार्डन पर मारे गए इस छापे के लिए कोर्ट से ऑर्डर लिया गया था. छापा पूरे पॉश गार्डन पर न मारकर, केवल जयललिता की सहायक पुंगुद्रन के कमरे पर मारा गया.
एक इनकम टैक्स ऑफिशियल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया ‘हमने पूरे पॉश गार्डन की तलाशी नहीं ली. हमारी टीम 9 बजे वहां पहुंची और हमने केवल पुंगुद्रन के कमरे, रिकॉर्ड रूम और शशिकला द्वारा उपयोग किए गए दूसरे कमरों में तलाशी ली.’
छापेमारी के बीच जया टीवी के सीईओ विवेक जयरामन भी पॉश गार्डन पहुंच गए.
मुख्यमंत्री पर लगाए दिनकरन ने आरोप
रेड के बीच एरिया में सिक्योरिटी कड़ी कर दी गई है. रेड के बाद शशिकला ग्रुप के टीटीवी दिनकरण ने कहा,
छापों से पता चलता है कि ओपीएस और ईपीएस अपनी पोस्ट बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. यह छापे अम्मा की विरासत पर हमला है. ईपीएस और ओपीएस इसके पीछे हैं. इन छापों के पीछे जो लोग हैं उन्हें एआईएडीएमके के वोटर्स को जवाब देना होगा.
रेड के बाद शशिकला और दिनकरण के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन भी किया. इन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
पूर्व एमएलए और दिनकरण के समर्थक वी पी कलईराजन ने भी छापों के पीछे राजनीतिक साजिश की बात कही. उन्होंने कहा,
यह एक परिवार के खिलाफ केवल एक राजनीतिक साजिश है. अम्मा के घर में तलाशी के पीछे बीजेपी है. अरुण जेटली का हाथ इन छापों के पीछे है. अम्मा का घर हमारे लिए मंदिर है.
शशिकला और उनके सहयोगियों पर पिछले दिनों बड़ी छापेमारी की गई थी. इनकम टैक्स का दावा था कि इन छापों में करीब 1430 करोड़ की अघोषित संपत्ति सामने आई थी.
जयललिता की मौत के बाद एआईएडीएमके में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर लंबा संघर्ष हुआ था. इसमें ओ पलनीसामी और पनीरसेल्वम एक साथ आ गए. जिसके बाद पार्टी और सरकार से शशिकला समर्थकों का दबदबा खत्म हो गया.
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