देश भर में जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू हो गई है. ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को रथ यात्रा में लाखों भक्तों का सैलाब उमड़ा. पुरी में रथ यात्रा की पूरी तैयारी दिखी. यहां हर साल विदेश से भी हजारों लोग इस रथ यात्रा को देखने आते हैं. वहीं गुजरात के अहमदाबाद में जगन्नाथ मंदिर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नीतिन पटेल की पूजा-अर्चना के बाद रथ यात्रा शुरू हुई.
गुजरात में रथ यात्रा के दौरान कड़ी सुरक्षा
गुजरात के अहमदाबाद शहर में बृहस्पतिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच 142वीं भगवान जगन्नाथ यात्रा आरंभ हो गई. इस दौरान देवता की एक झलक पाने के लिए लाखों भक्त 18 किलोमीटर का रास्ता तय कर रहे हैं.यात्रा जमालपुर, कालूपुर, शाहपुर और दरियापुर से होते हुए रात लगभग 8.30 बजे मंदिर लौटेगी.पुलिस की विभिन्न इकाइयों और अर्द्धसैनिक बलों के 25,000 कर्मियों को यात्रा की सुरक्षा में तैनात किया गया है. इसके अलावा सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में जगन्नाथ रथ यात्रा की धूम देखने को मिली. यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस्कॉन मंदिर जाकर पूजा अर्चना की. उनके साथ तृणमूल सांसद नुसरत जहां भी थीं.
पुरी में दस दिनों तक होती है यात्रा
पुरी में जगन्नाथ रथ उत्सव 10 दिन तक मनाया जाता है. भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को जगन्नाथपुरी में शुरू होती है और दस दिन में समाप्त होती है. इस दौरान इस रथ यात्रा में शामिल होने देश भर से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं.
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक एक दिन भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने नगर देखने की चाह रखते हुए उनसे द्वारका के दर्शन कराने की प्रार्थना की थी. जिसके बाद भगवान जगन्नाथ ने अपनी बहन को रथ में बैठाकर उसे नगर का भ्रमण करवाया था. जिसके बाद से पुरी में हर साल जगन्नाथ रथयात्रा निकाली जाती है. पुरी में लाखों लोग जगन्नाथ रथ यात्रा देखने आते हैं.
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