जम्मू-कश्मीर में 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी में हिंसा फैल गई थी, जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था. तब से ही सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था. लेकिन चार महीने बाद भी कश्मीर में हिंसा और अशांति का दौर जारी है. इस बीच सोमवार से प्रदेश में बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई हैं.
जम्मू-कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन ने कहा कि 12वीं की परीक्षा सोमवार से और 10वीं की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं.
घाटी में इस साल छात्रों ने मुश्किल से 90 दिन की क्लास ही अटेंड की होगी. साल न बर्बाद हो, इसलिए स्टूडेंट एग्जाम देने को तैयार हो गए.
जम्मू-कश्मीर के स्कूल शिक्षा बोर्ड (बीओएसई) के अध्यक्ष जहूर अहमद चट ने बताया कि 12वीं की परीक्षा में 45,000 से ज्यादा स्टूडेंट हिस्सा ले रहे हैं. वहीं, 10वीं के एग्जाम में 55,000 से ज्यादा स्टूडेंट हिस्सा ले रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर एग्जाम देने वाले बच्चों को 'गुड लक' कहा. उन्होंने लिखा है, "आज से शुरू होने वाले एग्जाम के लिए सभी बच्चों को गुड लक. राजनीति और ध्यान भटकाने वाले चीजों को जितना रोक सकते हैं, रोकें."
परीक्षाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने कड़ी सुरक्षा और ट्रांसपोर्टेशन का वादा किया है. हिंसा को देखते हुए संवेदनशील इलाकों में प्रशासन ने पेट्रोल की बिक्री पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
घाटी में पिछले दो महीनों में शरारती तत्वों ने दर्जनभर स्कूल भी जला दिए थे.
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