जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद अब सरकार लगातार वहां से पाबंदियां हटाए जाने और हालात सामान्य करने की कोशिश कर रही है. 19 अगस्त से राज्य के कई स्कूल फिर से खोल दिए गए. वहीं कुछ इलाकों में लोगों को आवाजाही में भी छूट दी जा रही है. इसके अलावा शहर के कई इलाकों में लैंडलाइन सेवा बहाल कर दी गई है. संवेदनशील इलाकों के अलावा बाकी जगहों पर इंटरनेट सेवाएं भी चालू हो चुकी हैं.
आर्टिकल 370 का हटाना भारत का आंतरिक मामला: बांग्लादेश विदेश मंत्रालय
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने आर्टिकल 370 के हटाए जाने पर अपना रुख साफ किया है. बांग्लादेश का कहना है कि भारतीय सरकार द्वारा आर्टिकल 370 को हटाना भारत का आंतरिक मुद्दा है. “बांग्लादेश ने हमेशा सिद्धांत की बात की वकालत की है. क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखना और विकास पर ध्यान देना सभी देशों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए.”
कश्मीर भारत का आंतरिक मामला: अमेरिकी रक्षा सचिव
अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क टी एस्पर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की और कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है. भारत-पाकिस्तान के सभी मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से निपटाने की आवश्यकता है.
राजनाथ सिंह ने एस्पर को उनकी नियुक्ति पर बधाई देने के लिए टेलीफोन किया था, जिसके बाद बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही. जम्मू-कश्मीर को लेकर हुए नए हलात पर एस्पर ने भारत की स्थिति की तारीफ की और कहा कि राज्य से जुड़े सभी मुद्दे भारत का आंतरिक मामला है.
अनुच्छेद 370 हटने के बाद बारामुला में पहली मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के दो हफ्ते बाद उत्तरी कश्मीर के बारामुला में 20 अगस्त की शाम सुरक्षा बलों की आतंकवादियों के साथ पहली मुठभेड़ हुई. दोनों तरफ से गोलीबारी होने की खबर है.
सूत्रों का कहना है कि सीआरपीएफ, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एक संयुक्त अभियान में दो से तीन आतंकवादी फंस गए. बारामुला राजधानी श्रीनगर से करीब 54 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.