दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में शनिवार सुबह सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया. इस एनकाउंटर में जम्मू-कश्मीर का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी जाकिर मूसा का एक सहयोगी सोलिहा भी मारा गया है.
- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में मुठभेड़ में 6 आतंकी ढेर
- अवंतीपोरा के आरामपोरा में मुठभेड़, खूंखार आतंकी ढेर
- खूंखार आतंकी जाकिर मूसा का सहयोगी सोलिहा को मार गिराया
- भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद
खूंखार आतंकी सोलिहा मारा गया
आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने शनिवार सुबह दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा इलाके के आरामपुरा गांव में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. तलाशी के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चला दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हुई. सुरक्षा बलों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया. पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) स्वयं प्रकाश पाणि ने बताया कि मुठभेड़ में छह आतंकवादी मारे गए.
बताया जा रहा है कि इस एनकाउंटर में जम्मू-कश्मीर का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी जाकिर मूसा का एक सहयोगी भी मारा गया है. आतंकियों का संबंध जाकिर मूसा के गुट अंसार उल गजवा उल हिंद से बताया जा रहा है. मूसा जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अल-कायदा की नई शाखा अंसार गजवत-उल-हिंद का प्रमुख है.
इस कार्रवाई में किसी भी जवान के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन ऑलआउट के तहत इस साल करीब 240 आतंकी को मार गिराया है जबकि पिछले पूरे साल 217 आतंकी ही मारे गए थे.
पुलवामा में पिछले हफ्ते की मुठभेड़ के बाद हुआ था बवाल
पिछले हफ्ते भी पुलवामा जिले में एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया था. मारे गए आतंकियों में खूंखार आतंकी जहूर अहमद ठोकर भी था. ठोकर पिछले वर्ष जुलाई में सेना के कैंप से फरार होकर आतंकी संगठन में शामिल हो गया था.
ठोकर के मुठभेड़ में घिरे होने की जानकारी मिलते ही स्थानी लोग उग्र हो गए थे और सेना पर पथराव शुरू कर दिया था. इसके बाद सुरक्षाबलों को हालात पर काबू करने के लिए उन पर फायरिंग करनी पड़ी थी. इस दौरान गोली लगने से सात नागरिक भी मारे गए. सेना का एक जवान भी एनकाउंटर के दौरान शहीद हो गया था.
देखें वीडियो : मिलिए जम्मू-कश्मीर की पहली महिला फुटबॉल कोच से
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)