तमिलनाडु में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. हालांकि, उससे पहले नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है. ताजा उदाहरण कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मैयम (MNM) के महासचिव का है. पार्टी के महासचिव ए अरुणाचलम 25 दिसंबर को बीजेपी में शामिल हो गए. अरुणाचलम ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की.
MNM के संस्थापक सदस्यों में से एक अरुणाचलम का कहना है कि उन्होंने पार्टी बदलने का फैसला तब लिया, जब हासन ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों को समर्थन देने से मना कर दिया.
मीडिया से बात करते हुए अरुणाचलम ने कहा, "वो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर बीजेपी में शामिल होने पर सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इन तीन कृषि कानूनों को बनाया है. किसान परिवार से आने की वजह से मैं इन कानूनों के फायदे जानता हूं. जब मैंने अपने नेता और पार्टी हाई कमांड से केंद्र के फैसले का समर्थन करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया.ए अरुणाचलम
अरुणाचलम ने कहा कि उन्होंने कई मौकों पर पार्टी हाई कमांड से इन कानूनों को बीजेपी की पहल नहीं बल्कि किसानों के हित में केंद्र के फैसले के तौर पर देखने को कहा. वो बोले, "मैंने उनसे कहा कि हम मध्यमार्गी पार्टी हैं और अगर हम सरकार के फैसले का समर्थन नहीं करेंगे, तो हम में और विपक्ष में ज्यादा अंतर नहीं रहेगा. लेकिन वो इसका विरोध करते रहे."
अरुणाचलम ने कहा कि वो 'ऐसी पार्टी में और नहीं रह सकते थे जो किसानों के हित के खिलाफ हो."
दो साल पहले लॉन्च हुई थी MNM
फिल्म एक्टर कमल हासन ने 21 फरवरी 2018 को MNM की स्थापना की थी. पार्टी का चुनावी निशान 'बैटरी टॉर्चलाइट' है. 2021 का तमिलनाडु चुनाव पार्टी का पहला विधानसभा चुनाव होगा.
हालांकि, पार्टी को चुनाव लड़ने का अनुभव हो चुका है. पिछले साल 2019 में MNM ने लोकसभा चुनाव लड़ा था. पार्टी ने 37 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी.
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