कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने के मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने दावा किया कि जस्टिस गोगोई राज्यसभा जाने की खातिर सरकार के साथ खड़े होने, न्यायपालिका और खुद की ईमानदारी के साथ समझौता करने के लिए याद किए जाएंगे.
सिब्बल ने अपने ट्वीट की शुरुआत में कहा, ''जस्टिस एचआर खन्ना अपनी ईमानदारी, सरकार के सामने खड़े होने और कानून का शासन बरकरार रखने के लिए याद किए जाते हैं.'' इसके बाद उन्होंने गोगोई पर निशाना साधा.
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 16 मार्च को गोगोई का नाम राज्यसभा के लिए मनोनीत किया. गोगोई 17 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद से रिटायर हुए थे.
सिब्बल के अलावा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्विटर पर दो खबरें शेयर करते हुए कहा है कि तस्वीरें सब कुछ बयां करती हैं. उन्होंने जो खबरें शेयर की हैं उनमें से एक में गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने की है और दूसरी में कहा गया है कि न्यायपालिका पर जनता का विश्वास कम होता जा रहा है.
देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में 3 अक्टूबर, 2018 को शपथ लेने वाले गोगोई भारतीय न्यायपालिका के शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पूर्वोत्तर राज्यों के पहले व्यक्ति बने. उनका कार्यकाल 13 महीने से थोड़ा ज्यादा का रहा. गोगोई का नाम विवाद से भी जुड़ा, जब अप्रैल 2019 में उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की एक कर्मचारी ने सेक्सुअल हैरसमेंट के आरोप लगाए. हालांकि, इस मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में उनके उत्तराधिकारी जस्टिस एसए बोबडे की अगुवाई वाली इन-हाउस कमेटी ने क्लीन चिट दे दी.
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