कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डिप्टी सीएम के रूप में डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने शनिवार, 20 मई को शपथ ली. इस शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा समेत कई राज्यों के सीएम और क्षेत्रीय दलों के नेता शामिल हुए.
बेंगलुरू रवाना होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ANI से बात करते हुए कहा, "यह खुशी की बात है कि कर्नाटक में नई सरकार, मजबूत सरकार आई है. इससे कर्नाटक का विकास होगा और साथ ही देश में अच्छा माहौल बनेगा."
किसने ली मंत्री पद की शपथ?
AICC की तरफ से जारी लिस्ट में बताया गया था कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के अलावा कुल 8 विधयकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. जिन विधायकों को शपथ दिलाई गई, उसमें-
डॉक्टर जी परमेश्वर
के एच मुनियप्पा
केजे जॉर्ज
एमबी पाटिल
सतीश जारकीहोली
प्रियांक खड़गे
रामलिंगा रेड्डी
बीजेड जमीर अहमद खान
इससे पहले, शुक्रवार को कर्नाटक के दोनों नेताओं के साथ बैठक के बाद राहुल गांधी ने फेसबुक पर लिखा, "हमारा ध्यान 5 गारंटियों को पूरा करने और कर्नाटक के लोगों के लिए बेहतर भविष्य बनाने पर है."
वहीं, बेंगलुरु स्थित श्री कांतीरवा स्टेडियम में एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ जिसमें कर्नाटक की नई सरकार की ताजपोशी हुई. इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकजुटता भी दिखाने की कोशिश की गई, जिसके तहत कई VVIP मेहमान शामिल हुए.
कौन-कौन VVIP मेहमान आये?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन, एमके स्टालिन, एन रंगास्वामी, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और सुखविंदर सिंह सुक्खू, शरद पवार और उमर अब्दुल्ला शामिल हुए.
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी खुद शामिल नहीं हुई और उन्होंने अपना प्रतिनिधि भेजा, जबकि उद्धव ठाकरे भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए और उन्होंने राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी को भी भेजा. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल नहीं हुए.
किसे नहीं बुलाया गया?
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था, लेकिन दोनों मुख्यमंत्रियों के संबंधित कार्यालयों ने द क्विंट को बताया कि उनके पास कोई निमंत्रण नहीं पहुंचा था. जबकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी कथित तौर पर लिस्ट से बाहर रखा गया है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डा और बीएसपी चीफ मायावती को भी बुलावा नहीं भेजा गया है.
कर्नाटक में कांग्रेस ने दक्षिणी राज्य की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी 66 सीटों पर सिमट गई थी. जेडी-एस जो राज्य में किंगमेकर की भूमिका निभाने की उम्मीद कर रही थी उसे केवल 19 सीटों पर ही जीत मिली है.
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