सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु के लिए छोड़ने के विरोध में शुक्रवार को कर्नाटक में कई जगहों पर बंद का गहरा असर देखा गया.
राजधानी बेंगलुरु और आसपास के लोगों ने बंद के दौरान जमकर हंगामा किया. कई आईटी कंपनियों, स्कूल-कॉलेजों ने अपने संस्थान बंद रखे.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक को तमिलनाडु के किसानों की दिक्कतें दूर करने के लिए 10 दिनों में 15,000 क्यूसेक कावेरी नदी का पानी छोड़ने का निर्देश दिया था. इसके बाद कर्नाटक बंद का ऐलान किया गया.
प्रदेश के बिगड़े माहौल को देखते हुए राज्य में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सुरक्षाबलों की तैनात भी बढ़ा दी गई है.
कई जगहों पर कर्फ्यू जैसा हाल
देश के आईटी हब कहे जाने वाले शहर बेंगलुरु की मेट्रो सेवाएं भी बंद के दौरान ठप रहीं. विभिन्न स्थानों से बेंगलुर पहुंचने वाले और हवाई अड्डे की ओर जाने-वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पडा.
सरकार ने कहा है कि जरूरी चीजों और हॉस्पिटल की सेवाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. लेकिन दवाइयों की दुकानें बंद हैं.
कांग्रेस सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. हालांकि कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही पार्टियां कर्नाटक बंद को सपोर्ट कर रही हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)