ADVERTISEMENTREMOVE AD

करतारपुर साहिब तक फ्री बस चलाएगी पंजाब सरकार, CM चन्नी ने मत्था टेककर किया ऐलान

17 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर दोबारा खोला गया है, जिसके बाद सीएम चन्नी ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ मत्था टेका

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) खुलन के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ मत्था टेका. इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि हम पंजाब से करतारपुर साहिब के लिए फ्री बसें चलाएंगे. उन्होंने कॉरिडोर दोबारा खोलने के लिए पीएम मोदी (Pm Modi) और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का शुक्रिया अदा किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

17 नवंबर को खुला करतारपुर कॉरिडोर

करीब 20 महीने बाद 17 नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. इससे पहले कोरोना की वजह से मार्च 2020 में करतारपुर कॉरिडोर को बंद कर दिया गया था. जिसके बाद काफी समय से पंजाब के लोग गुरू नानक के जन्मदिन 'प्रकाश पर्व' से पहले इसे खोलने की मांग कर रहे थे.

0

सिद्धू भी जाएंगे करतारपुर साहिब

पंजाब में अगले साल चुनाव होने हैं और कांग्रेस ने लंबी उथल-पुथल के बाद अपना सीएम बदला है. जिसमें कांग्रेस के पंजाब अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की भूमिका मानी जा रही है. नवजोत सिद्धू भी अब 20 नवंबर को करतारपुर साहिब जाएंगे. वैसे वो भी कैबिनेट के साथ जाना चाहते थे लेकिन विदेश मंत्रालय ने उन्हें 20 नवंबर को जाने की इजाजत दी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पाकिस्तान को लेकर घिरते रहे हैं सिद्धू

दरअसल जब करतारपुर गलियारा तैयार किया गया तो इसके पीछे सिद्धू को हीरो बताया गया, जिसको लेकर उनकी बड़ी खातिर भी हुई. इससे पहले बाजवा को गले लगाने को लेकर बड़ा बवाल हुआ था. उनकी अपनी पार्टी तक ने इससे पल्ल झाड़ लिया था. फिर जब करतारपुर कॉरिडोर खोला गया तो सिद्धू ने कहा था कि, मैं सीना ठोककर कहूंगा कि मेरी झप्पी रंग लाई और गुरू के दर का दरवाजा खुल गया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

करतारपुर इतना अहम क्यों ?

दरअसल करतारपुर साहिब सिखों के पहले गुरु, गुरु नानकदेव का निवास स्थान है और यहीं वो ज्योति लीन हुए. बाबा नानक ने अपनी जिंदगी के आखिरी 17-18 साल यहीं पर गुजारे. करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नारोवाल जिले में है जो इंटरनेशनल बॉर्डर से 4 किमी अंदर है.

भारत पाकिस्तान के रिश्ते अच्छे नहीं थे तो श्रद्धालु बॉर्डर के पास लगी दूरबीन से करतारपुर साहिब के दर्शन किया करते थे. लेकिन पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार आने के बाद करतारपुर कॉरिडोर बनाया गया और लोगों के लिए खोला गया.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×