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इंतेहा हो गई इंतजार की: कन्हैया पर केजरीवाल आगबबूला

जानिए केजरीवाल को कन्हैया पर क्यों आया गुस्सा?

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वो नेता ही क्या जो इंतजार न कराये, और जब सितारे बुलंदियों पर हों और नेतागीरी की चमक दिनोंदिन दमक रही हो तब तो इंतजार कराना बनता ही है. आपने यूं तो जनता को किसी नेता का इंतजार करते कई बार देखा और सुना होगा. लेकिन क्या होता है जब एक नेता ही दूसरे नेता को लंबा इंतजार करा दे.

कुछ ऐसा ही गुरुवार को उस वक्त हुआ जब जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक घंटे तक इंतजार कराया. जिसके बाद गुस्साए अरविंद केजरीवाल ने कन्हैया कुमार के साथ तय बैठक को रद्द कर दिया.

एक घंटे तक इंतजार करते रहे केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के बीच गुरुवार को बैठक होनी थी. लेकिन केजरीवाल को बैठक इसलिए रद्द करनी पड़ी क्योंकि छात्र नेता कन्हैया कुमार तय वक्त पर दिल्ली सचिवालय नहीं पहुंचे. केजरीवाल ने कन्हैया कुमार का करीब एक घंटे तक इंतजार किया. जब कन्हैया कुमार नहीं पहुंचे तो गुस्साए केजरीवाल ने बैठक रद्द कर दी.

निर्धारित समय से पहले ही पहुंच गए थे सीपीआई(एम) नेता

भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डी राजा भी मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ कन्हैया का इंतजार कर रहे थे. डी राजा ने बाद में कहा कि कन्हैया कुमार वहां समय से नहीं पहुंचे क्योंकि वह ‘भारी ट्रैफिक जाम’ में फंस गए थे.

सूत्रों के मुताबिक कन्हैया को शाम छह बजे केजरीवाल से मिलना था. बैठक में शामिल होने के लिए सीपीआई(एम) नेता डी राजा जेएनयू में पढ़ने वाली अपनी बेटी अपराजिता के साथ वहां निर्धारित समय से पहले पहुंच गए थे.

वह (कन्हैया) समय से नहीं पहुंचे क्योंकि वह ट्रैफिक जाम में फंस गए थे. जब वह हाईकोर्ट के पास पहुंचे, तब तक मुख्यमंत्री को इंतजार करते करते करीब एक घंटा हो गया था. इसलिए दोनों ने फोन पर बात की और संभवत: दोनों शनिवार को मिलने पर सहमत हो गए. आगामी बजट को लेकर केजरीवाल को पहले से तय कुछ काम था, इसलिए वह इंतजार नहीं कर सके.
डी राजा, नेता, सीपीआई(एम)

दिल्ली पुलिस ने की देरी: डी राजा

हालांकि कन्हैया से बात नहीं हो पायी, उनकी पार्टी सीपीआई(एम) ने कहा कि चूंकि दिल्ली पुलिस उन्हें परिसर से बाहर जाने के लिए सुरक्षा मुहैया नहीं करा पायी, इसलिए उन्हें देरी हुई और बाद में वह आईटीओ के पास ट्रैफिक जाम में फंस गए.

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि राजा के बयान के उलट दोनों के बीच भविष्य में किसी मुलाकात पर अभी सहमति नहीं बनी है.

सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय स्तर का नेता होने के बावजूद डी राजा समय से पहुंच गए लेकिन कन्हैया नहीं पहुंचे. मुख्यमंत्री नाराज थे क्योंकि वह उनसे (कन्हैया) नहीं मिल पाए और उन्हें पहले से तय कामों के लिए वहां से जाना पड़ा.

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