आम आदमी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा की टिकट को लेकर चली लंबी खींचतान के बाद तीन उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, जिसमें कुमार विश्वास का नाम नहीं था. पार्टी ने एनडी गुप्ता, सुशील गुप्ता और संजय सिंह को राज्यसभा भेजने के लिए नामित किया है.
कुमार विश्वास ने पार्टी के इस फैसले पर ऐतराज जताया तो दिल्ली के संयोजक गोपाल राय ने भी पलटवार किया. गोपाल राय ने दावा किया कि नगर निगम चुनाव के बाद दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने के केंद्र में विश्वास थे, जिसके बाद कुमार विश्वास ने गोपाल राय पर हमला बोला है.
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कुमार विश्वास ने गोपाल राय के आरोपों का जवाब देते हुए कहा-
पांच राज्यों के प्रभारी, दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष, दिल्ली के मंत्री और विधायक गोपाल राय की कुंभकर्णी नींद 7 महीने के बाद क्यों जागी है? इस माहिषमति की शिवगामी देवी कोई और है. हर बार नए-नए कटप्पा पैदा किए जाते हैं. मेरा उनके अनुरोध है कांग्रेस और बीजेपी से जो नए-नए आए गुप्ता हैं, उनके योग..दान का आनंद ले, मेरे शव के साथ छेड़छाड़ ना करें.
कुमार विश्वास यही नहीं रुके, उन्होंने गोपाल राय पर ताना मारते हुए कहा- ’पिछली बार बाबरपुर में रैलियां करके मैं उन्हें कार्यकर्ताओं के साथ जितवाने गया था. इस बार वह सुशील गुप्ता जी की रैली कराएं और वहां से सांसद और प्रधानमंत्री बनें.
विश्वास ने केजरीवाल का नाम लिए बिना हुए कहा,-
किम जोंग ने उन्हें भी विश्व की तरह बहुत तंग कर रखा है. वह संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष भी बन जाएं, लगे हाथ विश्व शांति भी हो जाएगी. अभी तो आनंद लें. काफी चीजें अंदर आई हैं, उनका आनंद उठाए
गोपाल राय ने लगाए थे विश्वास पर संगीन आरोप
गोपाल राय ने पार्टी कार्यकर्ताओं को फेसबुक लाइव के दौरान कहा था- 'जो आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए विधायकों को तोड़ने के षड्यंत्र में शामिल हो, जो सार्वजनिक तौर पर हर मंच का उपयोग पार्टी के खिलाफ बोलने में करता हो, उसे राज्यसभा में भेजा जा सकता है? वो पार्टी की आवाज बनेगा या पार्टी को खत्म करने के लिए काम करेगा?
राज्यसभा के तीनों उम्मीदवारों के नाम के ऐलान के बाद कुमार ने अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा था-, ‘मैं जानता हूं आपकी (केजरीवाल) इच्छा के बिना हमारे दल में कुछ नहीं होता. आपसे असहमत रह कर वहां जीवित रहना मुश्किल है. मैं पार्टी, आंदोलन का हिस्सा हूं तो ये अनुरोध करता हूं कि शहीद तो कर दिया पर इस शव से छेड़छाड़ न करें.’ क्योंकि युद्ध का भी एक नियम होता.
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