प्राइवेट एयरलाइन SpiceJet के 4 पायलट को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट साथ में नहीं ले जाना भारी पड़ गया. नतीजा ये हुआ कि क्रोएशिया की राजधानी जागरेब में उन्हें करीब पूरा दिन प्लेन के अंदर ही गुजारना पड़ा.
स्पाइसजेट ने पायलट का अनिवार्य प्री फ्लाइट RT-PCR टेस्ट नहीं कराया था और वे कोविड निगेटिव रिपोर्ट के बिना क्रोएशिया पहुंच गए, जहां पर उन्हें प्लेन से उतरने की अनुमति नहीं दी गई.
एयरलाइन कंपनी को लगी फटकार
बिना RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट के क्रोएशिया पहुंचे स्पाइस जेट के 4 पायलटों में दो कमांड और दो फर्स्ट ऑफिसर शामिल थे. राजधानी जागरेब में विमान से उतरने की अनुमति नहीं मिलने के कारण उन्होंने बोइंग 737 में करीब 21 घंटे गुजारे और इसके बाद दिल्ली लौट आए.
इस मामले में डायरेक्ट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने एयरलाइन की गलती मानते हुए, स्पाइसजेट को फटकार लगाई.
स्पाइजेट एयरलाइन की सफाई
इस मामले पर सफाई देते हुए स्पाइसजेट के अधिकारी ने कहा कि भारत से उड़ान भरने से पहले क्रोएशिया के अधिकारियों का एक ईमेल मिला था जिसमें क्रू के लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी नहीं था. लेकिन जागरेब पहुंचने पर बताया गया कि नियमों में बदलाव हो गया है. भारत में कोरोना के केसों में अचानक आई तेजी की वजह से कोविड निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया गया. ये हमारे लिए हैरानी की बात थी.
बता दें कि स्पाइसजेट की फ्लाइट संख्या SG-9035 ने 11 मई को दिल्ली-तिबलिसी-जागरेह के लिए उड़ान भरी थी जिसमें 4 पायलट थे.
नियमों के अनुसार पायलटों के लिए दो उड़ानों के बीच 21 घंटे का आराम करना जरूरी है. चूंकि फ्लाइट ड्यूटी टाइम की पाबंदियों की वजह से क्रू तुरंत वापस नहीं आ सकता था. इसलिए पायलट समेत क्रू के मेंबर्स ने 21 घंटे तक प्लेन में आराम किया और फिर दिल्ली के लिए उड़ान भरी.
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