देशभर के 100 से ज्यादा लॉ स्टूडेंट्स ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एसए बोबडे और सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजों को लेटर लिखकर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना मामले में फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त को भूषण को 'न्यायापालिका के खिलाफ उनके दो अपमानजनक ट्वीट' के लिए उन्हें आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था. इस मामले में सजा का ऐलान 31 अगस्त को होना है.
कानून के छात्रों ने कहा है कि उन्होंने सालों से भूषण को भ्रष्टाचार के खिलाफ और पारदर्शिता, जवाबदेही, पर्यावरण संरक्षण और मानवाधिकारों के लिए लड़ते देखा है.
उन्होंने कहा कि भूषण के जिन दो ट्वीट को लेकर उन्हें अवमानना का दोषी ठहराया गया है, उनमें आवाजहीन और हाशिए के समुदाय के लिए पीड़ा व्यक्त की गई थी. लेटर में कहा गया है कि ये ट्वीट अदालत की पवित्रता को चोट नहीं पहुंचाते.
इस मामले में जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच ने 25 अगस्त को सजा पर फैसला सुरक्षित रख लिया था.
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