फेसबुक डेटा लीक मामले में आलोचना झेल रहे मार्क जकरबर्ग अब एक्शन मूड में आ गए हैं. फेसबुक के सीईओ जकरबर्ग ने दुनियाभर में अपनी छवि खराब होने से बचाने के लिए इंटरनेट रिसर्च एजेंसी (आईआरए) नाम के एक रूसी संगठन के 270 पेज और अकाउंट ब्लॉक कर दिए हैं.
जकरबर्ग का कहना है कि दुनियाभर के चुनावों की निष्पक्षता के लिए उन्होंने ये जरूरी कदम उठाया है. रूस की इस एजेंसी ने चुनावों के दौरान अमेरिका, यूरोप और रूस में लोगों को कई बार भ्रमित करने की कोशिश की.
साल 2016 के बाद हमने देखा कि इस रूसी संगठन (आईआरए) ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने के लिए सैकड़ों फर्जी खाते बनाकर भेदभाव वाली सामग्री फैलाने की कोशिश की है. हमने बड़े स्तर पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है. साथ ही उनके फर्जी पेज या अकाउंट्स को बंद करना शुरू कर दिया है.मार्क जकरबर्ग, सीईओ, फेसबुक
हमने फेसबुक डेटा की हिफाजत में काफी इंवेस्ट किया है. सिक्योरिटी और कंटेंट रिव्यू के लिए हमारे पास करीब 15,000 लोग हैं. इस साल के अंत तक ये संख्या बढ़कर हमारे पास 20,000 से ज्यादा हो जाएगी.मार्क जकरबर्ग, सीईओ, फेसबुक
मार्क जकरबर्ग के कहा, " सिक्योरिटी एक ऐसी समस्या नहीं है, जिसे आप कभी भी पूरी तरह से हल कर सकते हैं. आईआरए जैसे संगठन लगातार विकसित हो रहे हैं, लेकिन हम आगे बढ़ने के लिए अपनी तकनीक में सुधार करते रहेंगे."
बता दें कि फेसबुक को कुछ दिनों में फेक न्यूज के विवादों से जूझना पड़ रहा है. 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान आरोप लगे थे कि फेसबुक पर फेक न्यूज परोसने के पीछे रूसी हैकर्स का हाथ था.
ये भी पढ़ें-
फेसबुक ने किए कई बड़े बदलाव, अब प्राइवेसी पर होगा आपका कंट्रोल
फेसबुक डेटाखोरी की आरोपी कंपनी का इन भारतीय चुनावों में रहा दखल!
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)