नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राना ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुखिया अखिलेश यादव के समक्ष एसपी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इस दौरान अखिलेश ने ऐलान किया कि एसपी की सरकार बनने पर सीएए व एनआरसी के विरोध में आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे.
अखिलेश ने पार्टी कार्यालय में सुमैया राना और गोंडा से बएसपी के सांसद प्रत्याशी रहे मसूद आलम को एसपी की सदस्यता दिलाई. सुमैया राना सीएए के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर मोर्चा खोलने के बाद सुर्खियों में आई थीं.
अखिलेश ने ऐलान किया कि जब 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में आएगी तब नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएंगे.
इस मौके पर आयोजित पत्रकार वार्ता में अखिलेश ने कहा, "वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक बदलाव होगा. बीजेपी सरकार जब तक नहीं जाएगी, तब तक लोकतंत्र नहीं बच सकता. वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में एसपी छोटे दलों के लिए दरवाजे खुले रखेगी. एसपी लगातार छोटे दलों को जोड़ रही है. भाजपा सरकार विरोध में उठने वाली हर आवाज को दबाने के लिए झूठे मुकदमे लगा रही है.
उन्होंने कहा, "नया कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट है. किसान आंदोलन में एसपी ने लगातार सक्रिय भूमिका निभाई है. देश में किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर इतने मुकदमे नहीं दर्ज हुए, जितने एसपी नेताओं पर आंदोलन के दौरान लगे. हम किसानों के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे जो मंडियां बना रहे थे, वो इस सरकार ने बंद करवा दी.
उन्होंने मांग की है कि किसानों को दोगुनी आय के बराबर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाए. बएसपी से निष्कासित दो नेताओं ने भी मंगलवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इनमें सांसद प्रत्याशी मसूद खां व पूर्व विधायक रमेश गौतम हैं. अखिलेश ने इनके करीब अपने 200 समर्थकों को भी समाजवादी पार्टी ज्वाइन कराई.
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