बिहार के बाद अब राजस्थान में चूहों के सरकारी शराब पीने का मामला सामने आया है. दरअसल, राजस्थान के उदयपुर की स्थानीय अदालत में सुनवाई के दौरान एक्साइज डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी ने दावा किया कि उसके द्वारा जब्त की गई शराब चूहे पी गए.
उदयपुर की कोर्ट में एक मामले की सुनवाई चल रही थी. इस मामले में एक्साइज डिपार्टमेंट के कर्मचारी पूरब सिंह को जब्त की गई शराब सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश करनी थी. लेकिन जब पूरब सिंह शराब की खाली बोतलें लेकर कोर्ट में पेश हुए, तो कोर्ट ने इस पर हैरानी जताई.
पूरब सिंह ने आशंका जताते हुए कहा, "सारी शराब चूहे पी गए".
बचाव पक्ष के वकील गणपति चौधरी ने मीडिया को बताया कि अदालत ने डिपार्टमेंट का बयान दर्ज कर लिया है और सुनवाई के लिए अगली तारीख 15 मई तय की है.
क्या है मामला ?
16 जून 2009 को एक्साइज डिपार्टमेंट ने उदयपुर के रहने वाले पीयूष शुक्ला के घर से 36 बीयर की बोतल और 83 शराब के क्वाटर बरामद किए थे. उसके बाद अदालत ने जब्त की गयी शराब की सारी बोतलें साथ लाने का अनुरोध किया था. इसी अनुरोध पर एक्साइज डिपार्टमेंट के कर्मचारी शराब की खाली बोतलों के साथ अदालत में पेश हुए. शराब की एक भी बोतल पर न तो केस नंबर था और न ही उन पर एक्साइज डिपार्टमेंट की सील थी.
बिहार में भी एक ऐसा ही मामला आया था सामने
पिछले साल 5 अप्रैल को बिहार में शराबबंदी लागू किए जाने के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों से 5.11 लाख लीटर अंग्रेजी, 3.01 लाख लीटर देशी और 12,000 लीटर बीयर जब्त की गई है. जब्त की गई शराब कई थानों के मालखानों में रखी गई थी. लेकिन कुछ समय से बिहार में जब्त की गई शराब थाना के मालखाने से गायब होने की खबर आ रही है.
कुछ समय पहले मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना प्रभारी को शराब गटकने के आरोप में गिरफ्तार कर किया गया था. इस बीच गिरफ्तार थाना प्रभारी ने ये खुलासा भी किया कि मुजफ्फरपुर के कई थाना क्षेत्रों में अवैध शराब का धंधा जोरों पर है. पुलिस अधिकारियों का तर्क था कि सारी शराब चूहे पी जा रहे हैं.
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