बजट को पहली प्रतिक्रिया
अरुण जेटली ने लोक सभा में आम बजट पेश कर दिया है. करीब पौने दो घंटे के भाषण में वित्त मंत्री ने ग्रामीण, कृषि और सामाजिक क्षेत्र में विकास से जुड़ी योजनाओं पर जमकर खर्च किया है. अकेले मनरेगा में अब तक का सबसे ज्यादा, 38,500 करोड़ रुपए का आवंटन किया है.
अरुण जेटली के इस बजट पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं.
अरुण जेटली ने बिल्कुल सही किया है. जितना पैसा है उससे ज्यादा खर्च नहीं कर सकते. राजस्व घाटा दर स्थिर रख पाना बड़ी चुनौती थी, उन्होंने कर दिखाया. सरकारी बैंकों को 25,000 हजार करोड़ की मदद से नाखुश नहीं.दीपक पारेख, एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन
इस बजट में कोई खास बात नहीं है. इसे ग्रामीण भारत पर केंद्रित करके बनाया गया है.आलोक चूड़ीवाला, शेयर बाजार के जानकार
वित्त मंत्री ने टेस्ट पास किया है. इस बजट में सभी के लिए कुछ न कुछ है.यशवंत सिन्हा, पूर्व वित्त मंत्री
राजस्व घाटे को काबू में रख पाना अच्छे संकेत देता है. इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए खर्च बढ़ावा भी अच्छी बात है.उदय कोटक, कोटक महिंद्रा के चेयरमैन
इस बजट से सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ेगा.सुरजीत भल्ला, ऑक्सस इंवेस्टमेंट
सामाजिक सुरक्षा
भारत के गरीबों के उद्धार के लिए ‘पीएम मुद्रा योजना’ के तहत 1,80,000 करोड़ रुपए का आवंटन.
नई कार के सपने को चोट
लक्जरी सामानों और कारों पर एक प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स; छोटी गाड़ियों पर एक प्रतिशत और डीजल गाड़ियों पर 2.5 प्रतिशत ‘इंफ्रास्टक्चर टैक्स’.
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Published: 29 Feb 2016, 9:11 AM IST