बीते शनिवार को उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के बीच एक और बड़ी चुनावी डील हो चुकी है. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी यूपी के अपना दल(कृष्णा पटेल) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. गठबंधन का ऐलान करते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि सिद्धांतों पर ही ये गठजोड़ किया गया है और सीटों के बंटवारे की बातें अभी चल रही हैं.
उत्तरप्रदेश में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने बताया कि दोनों ही दलों के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही थी. उनका कहना है कि जीरो करप्शन और सेक्युलरिज्म दोनों ही पार्टियों के मुख्य मुद्दे हैं इसलिए वो अब एक साथ आ रहे हैं.
अपना दल (कृष्णा पटेल) सोने लाल पटेल की पार्टी है, उनके निधन के बाद से उनकी पत्नी कृष्णा पटेल इसे चला रही हैं. वहीं बीजेपी के साथ गठबंधन वाली अपना दल(एस) पार्टी की मुखिया अनुप्रिया पटेल हैं जो मोदी सरकार में मंत्री भी हैं.
सोने लाल पटेल सूबे में पटेलों को एक बड़े क्षेत्रीय नेता थे जिनका निधन साल 2009 में कार एक्सिडेंट में हो गया था. उसके बाद मां कृष्णा पटेल और बेटी अनुप्रिया पटेल के बीच में ही दीवार खड़ी हो गई और पार्टी टूट गई.
2014 लोकसभा चुनाव के दौरान अनुप्रिया पटेल वाली अपना दल(एस) ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया और मिर्जापुर, प्रतापगढ़ की दो सीटें जीतीं. यूपी की विधानसभा में भी उनके नौ विधायक हैं. हालांकि काफी समय से अपना दल(एस) और बीजेपी के बीच खटपट चल रही है. अपना दल(एस) ने बीजेपी पर सम्मान न देने और अवहेलना करने का आरोप लगाया है.
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