नेपाल की गूरुंग जनजाति को सैन्य जनजाति माना जाता था, जबकि वे ठाकुरों और खुसों से छोटे माने जाते थे.
ब्रिटिश अधिकारियों ने रेनेग्मा नागा जनजाति को भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से की प्रमुख जाति माना.
भट्ट जाति के लोगों को एंटरटेनर्स के रूप में ख्याति प्राप्त थी.
बाजार में काम करने वाली महिलाएं : दिवाली के दौरान बाजारों में जब शाही खानदान की महिलाओं की तरफ से सामान का मोलभाव होता था, तो ये ही महिलाएं सही कीमत पर सौदा पूरा करती थीं.
श्रॉफ जाति को साहूकारों की जाति माना गया.
सोधी सिख जाति को गुरु रामदास का वंशज माना गया.
हिंदुओं की एक ऐसी जाति, जो हर वक्त युद्ध के लिए तैयार रहती थी, इसे क्षत्रिय माना गया.
अंतिम तस्वीर, जो किताब पढ़ रहा है, उसे ब्राह्मण कहा गया. ये तस्वीरें ये बताती हैं कि भारत की विभिन्न जातियों को अंग्रेजों ने किस तरह देखा.
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