उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लाउडस्पीकर (Loudspeaker) के खिलाफ अभियान तेजी से जारी है. प्रदेश में धार्मिक स्थलों से अब तक करीब 20,879 लाउडस्पीकरों को उतारा जा चुका है. वहीं 41,229 लाउडस्पीकरों की आवाज कम कर तय मानक के अनुसार कर दी गई है. पुलिस का कहना है कि पूरे प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के यह अभियान चलाया जा रहा है. वहीं गृह विभाग ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर जिलों से 30 अप्रैल तक रिपोर्ट मांगी है.
कहां-कितनी हुई कार्रवाई
मेरठ जोन: पुलिस ने मेरठ जोन में सबसे ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए हैं. मेरठ जोन में गुरुवार दोपहर 12 बजे तक धार्मिक स्थलों से 4090 लाउडस्पीकरों को उतरवाया गया है. वहीं 6567 लाउडस्पीकरों की आवाज कम करवाई गई है.
बरेली जोन: दूसरे नंबर पर बरेली जोन है, जहां पुलिस ने 3984 लाउडस्पीकरों के खिलाफ कार्रवाई की है. 8475 लाउडस्पीकरों के आवाज तय मानक के अनुसार किए गए हैं.
लखनऊ जोन: लाउडस्पीकर हटाने के मामले में लखनऊ जोन तीसरे नंबर पर है. यहां धार्मिक स्थलों से अभी तक 3870 लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं. 8103 लाउडस्पीकरों के आवाज कम करवाए गए हैं.
वाराणसी जोन: यहां 3198 लाउडस्पीकर धार्मिक स्थलों से हटाए गए हैं. वहीं 3862 स्पीकरों की आवाज तय मानक के अनुसार कर दी गई है.
गोरखपुर जोन: पुलिस ने गोरखपुर जोन में 1848 लाउडस्पीकर हटवाए हैं. जबकि 5922 लाउडस्पीकरों के आवाज कम करवाए गए हैं.
सीएम योगी के निर्देश पर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतर गए हैं या फिर उनकी आवाज धीमी करवाई जा रही है. पिछले हफ्ते वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था पर समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी कहा था कि लोगों को अपनी-अपनी आस्था के अनुसार पूजा और इबादत करने की आजादी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि माइक्रोफोन का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखना होगा कि उसकी आवाज परिसर से न निकले ताकि दूसरे लोगों को कोई परेशानी न हो.
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