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MP हनी ट्रैप: SIT के खड़े हो गए कान, IAS-IPS के नाम सबसे ज्यादा

सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री समेत अनेक नेताओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं

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भारत
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मध्य प्रदेश के हनी ट्रैप सेक्सकांड का मामला वक्त गुजरने के साथ और लंबी भूलभुलैया होती जा रही है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, रहस्यमय सूचनाएं और जानकारियां सामने आ रही हैं. कई नेताओं और अफसरों से जुड़ी जानकारियों ने एसआईटी के कान खड़े कर दिए हैं, क्योंकि ये जानकारियां उम्मीद से ज्यादा चौंकाने वाली हैं.

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हथकरघा से बने कपड़े का एक सूत पकड़ते ही उसकी लंबाई लगातार बढ़ती जाती है, तो दूसरी तरफ कपड़े का आकार लगातार छोटा होता जाता है. यही हाल हनीट्रैप सेक्स कांड की जांच कर रही एसआईटी के साथ है. एक तरफ एसआईटी के सामने पकड़ी गईं पांच महिलाओं ने राज खोले तो दूसरी ओर जारी की गई ईमेल आईडी पर चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं.

एसआईटी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आमजन से जानकारी और सूचनाएं हासिल करने के लिए ईमेल आईडी जारी की गई. ईमेल के अलावा दूसरे माध्यमों से बीते पांच दिनों में 50 से ज्यादा जानकारियां लोगों ने शेयर की हैं. इनमें कई बड़े अफसरों, नेताओं की तस्वीरों के साथ वीडियो क्लिप भी हैं.

अब तक आई जानकारी में यह भी बताया गया है कि संबंधित व्यक्ति का नाता किससे है और उसे यह सुविधा किसके माध्यम से, किस काम के एवज में उपलब्ध कराई गई है.

SIT के सामने मुश्किल- महिला की पहचान करना

न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने बताया, तस्वीरों और वीडियो में नजर आने वाले पुरुष की तो पहचान हो जा रही है, मगर उनके साथ जो महिला दिख रही है, उसे पहचाना नहीं जा पा रहा है, क्योंकि महिला की तस्वीर का मिलान नहीं हो पा रहा है. कुछ महिलाओं की तस्वीरों का सोशल मीडिया के जरिए मिलान किया जा रहा है, मगर बड़ी संख्या में ऐसी हैं, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव ही नहीं हैं.

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IAS-IPS के नाम सबसे ज्यादा

शुरुआती दौर में सबसे ज्यादा जानकारियां आईएएस और आईपीएस अफसरों से संबंधित सामने आई हैं. कई अधिकारी तो ऐसे हैं, जिनके अलग-अलग महिलाओं के साथ वीडियो और तस्वीरें भी हैं. वीडियो और तस्वीरों में नजर आने वाली युवतियों में बड़ी संख्या में कम उम्र की हैं. जिन अफसरों की तस्वीरें हैं, उनमें से कई अधिकारी वर्तमान में जिम्मेदार पदों पर हैं और उनकी सरकार में निकटता अब भी पूर्व की तरह बनी हुई है.

सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री समेत अनेक नेताओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं. इनकी न तो कोई पुष्टि कर रहा है और न ही नकार रहा है.

एसआईटी प्रमुख संजीव शमी ने पिछले दिनों इस मामले को गंभीर बताते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया था. उन्होंने कहा था, "यह गंभीर मामला है. अगर बड़े अधिकारी कंप्रोमाइज कर रहे हैं, तो इसकी जांच के लिए जो एसआईटी बनी है, उसका महत्व बहुत ज्यादा है. इसका असर भी बहुत ज्यादा है. जहां तक लोगों के नाम आने की बात हो रही है, जिसने अपराध किया होगा, उसके नाम सामने आएंगे."

(इनपुट: IANS)

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