महाराष्ट्र (Maharashtra) की महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) में ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुशरिफ के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र की एमवीए सरकार के कई मंत्री सोमैया के रडार पर है.
मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
सोमैया का आरोप है की मंत्री हसन मुशरिफ और उनके परिवार ने 100 करोड़ से अधिक का भ्रष्टाचार किया है. सोमैया ने कोल्हापुर के गढ़हिंगलज में अप्पासाहेब नलावडे शुगर फैक्ट्री में कथित तौर पर अपने रिश्तेदार के एक निजी फर्म और शेल कंपनी के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े सबूत मुंबई के ED दफ्तर में सौंपे है.
ED को दी गई अपनी शिकायत में सोमैया ने कहा है कि शुगर फैक्ट्री को ब्रिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने कब्जे में ले लिया है, जिसमें मंत्री के रिश्तेदार मतीम हसीन मंगोली एक बेनामी मालिक हैं. उन्होंने कहा है कि 2014 में ब्रिक्स को बिना किसी बोली प्रक्रिया का पालन किए शुगर फैक्टरी को 10 साल तक संचालित करने के लिए दिया गया था.
सोमैया ने कहा कि शुगर फैक्ट्री के 7,185 शेयर एसयू कॉरपोरेशन के पास हैं, जो एक शेल कंपनी है जिसका इस्तेमाल मुशरिफ ने पैसा पार्क करने के लिए किया था. जबकि 998 शेयर मंगोली और गुलाम हुसैन नाम के एक व्यक्ति के पास हैं. उन्होंने कहा कि चीनी कारखाने के 98 प्रतिशत शेयर मुशरिफ परिवार के पास हैं.
मुशरिफ ने दी सफाई
मंत्री हसन मुशरिफ ने इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए किरीट सोमैया के खिलाफ 100 करोड़ रुपए के मानहानि का केस करने की चेतावनी दी है. साथ ही मुशरिफ ने दावा किया कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दिया था. लेकिन ये ऑफर ठुकराने के बाद उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है.
तो वहीं दूसरी ओर किरीट के आरोपों से घिरे परिवहन मंत्री अनिल परब ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने किरीट सोमैया को 72 घंटे के भीतर आरोप वापस लेने और माफी मांगने की नोटिस दी थी. लेकिन उन्होंने माफी नही मांगी, इसलिए सोमैया के खिलाफ 100 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर किया है.
रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिए गए थे BJP नेता किरीट सोमैया
बीते सोमवार सोमैया ने करोड़ों रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए मुशरिफ और अन्य एनसीपी नेताओं की शुगर फैक्टरियों की पड़ताल करने कोल्हापुर दौरे पर निकले थे. लेकिन कोल्हापुर के कलेक्टर ने धारा 144 लागू कर सोमैया के जिला प्रवेश पर रोक लगा दी. जिसके बाद भी सोमैया काफी हंगामे के बीच महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन से मुंबई से कोल्हापुर के लिए निकले. लेकिन पुलिस ने उन्हें कराड स्टेशन पर उतारकर हिरासत में ले लिया.
इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी के नेता आक्रामक हुए. नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि कोई व्यक्ति भ्रष्टाचार को उजागर करने निकला हो और पुलिस उसे बंदी बना लें. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने भी इस पूरी घटना की निंदा करते हुए महाराष्ट्र में अघोषित आपातकाल की स्थिति पैदा होने को बात कही. हालांकि किरीट सोमैया और बीजेपी विधायक एड आशीष शेलार ने इसे गैरकानूनी कार्रवाई बताते हुए उसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी शुरू कर दी है.
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