महाराष्ट्र के 34 जिलों में पंचायत चुनाव होने वाले हैं. लेकिन उससे पहले ही ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए निलामी का मामला सामने आया है. जिसके बाद राज्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों से रिपोर्ट तलब करते हुए दो ग्राम पंचायतों को चुनाव रद्द करने का फैसला किया है.
क्या है पूरा मामला?
नासिक के उमराणे गांव और उत्तर महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के खोड़ामली गांव में ग्राम पंचायत चुनावों में सरपंच और सदस्यों की सार्वजनिक नीलामी के कारण इन ग्राम पंचायतों की पूरी चुनाव प्रक्रिया रद्द कर दी गई है. ये घोषणा राज्य निर्वाचन आयुक्त यूपीएस मदान ने की है.
मदान ने कहा कि उमराने और खोंडामली ग्राम पंचायतों के आम चुनावों में सरपंच और सदस्यों की सार्वजनिक नीलामी की खबरें थीं. आयोग को भी शिकायतें मिलीं. आयोग ने कलेक्टर, निर्वाचन निरीक्षक, उप-विभागीय अधिकारी और तहसीलदार को रिपोर्ट तलब की थी.
आयोग ने अलग-अलग दस्तावेजों और ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग की समीक्षा के बाद इन ग्राम पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया को रद्द करने का फैसला किया है. खोड़ामली में नीलामी के सिलसिले में नंदूरबार पुलिस स्टेशन में पहले ही एक मामला दर्ज किया गया है. नासिक और नंदूरबार के जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को भारतीय दंड संहिता की धारा 171 (ए) के प्रावधानों के अनुसार संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करके आगे की जांच करने और आयोग को एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
राज्य निर्वाचन आयुक्त यूपीएस मदान के मुताबिक, “राज्य चुनाव आयोग की ऐसी घटनाओं पर रोक लगाकर स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने की संवैधानिक जिम्मेदारी है. इस संवैधानिक जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए, आयोग ने इन दो ग्राम पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया को रद्द कर दिया है.”
बता दें कि 15 जनवरी से 34 जिलों में 14 हजार 234 ग्राम पंचायतों में चुनाव होने हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरपंच पद की नीलामी एक करोड़ 11 लाख से शुरू हुई और 2 करोड़ 42 लाख में पूरी हुई. हालांकि अब चुनाव रद्द हो चुका है और संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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