सरकार ने यूट्यूब, गूगल, व्हॉट्सएप और दूसरे ‘सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म’ पर बदले के लिए पॉर्न या अश्लीलता, फर्जी खबरों और हिंसा फैलाने वाली कंटेंट के जरिये इनके दुरुपयोग पर गंभीर चिंता जताई. सरकार ने ऐसे प्लेटफॉर्म को, यह मानते हुए भी आगाह किया है कि ‘‘डिजिटल दुनिया को ‘पिंजरे में कैद’ नहीं किया जा सकता’’ फिर भी इन मंचों के दुरुपयोग की जवाबदेही संबंधित कंपनियों की होगी.
WhatsApp पर मैसेज के सोर्स की पहचान अब भी समस्या: प्रसाद
कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आईएएमएआई के इंडिया डिजिटल समिट को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘फर्जी समाचारों का मुद्दा चिंता की बात है. इंटरनेट का चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के लिए इस्तेमाल पर संसद गंभीर रूप से चिंतित है.‘’’ उन्होंने कहा कि WhatsApp के संदर्भ में संदेश के सोर्स की पहचान अब भी समस्या है.
मंत्री ने कहा, ‘‘मैं रचनात्मकता और आजादी का समर्थक हूं, लेकिन कुछ सामाजिक प्रतिबद्धताएं भी हैं. लेकिन डिजिटल दुनिया को जिम्मेदार, जवाबदेह और सबसे अधिक संवेदनशील होना चाहिए. सिर्फ पैसा कमाने के लिए क्या हम जो दिखा रहे हैं उसे दिखाना सही है.’’
उन्होंने कहा कि भारत एक बड़ी डिजिटल ताकत के रूप में उभर रहा है, जहां स्वर्णिम अवसर उपलब्ध होंगे. उन्होंने कंपनियों से कहा कि वे अपने मंच का दुरुपयोग नहीं होने दें.
कुछ ताकतें अड़चन पैदा कर रही हैं: प्रसाद
प्रसाद ने कहा, ‘‘आपको याद रखना है कि भारत एक ग्लोबल पॉवर के रूप में उभर रहा है और कुछ ताकतें हैं जो अड़चन पैदा करना चाहती हैं. यह उनकी सोच है लेकिन आपको अपने मंच का दुरुपयोग नहीं होने देना है. यह मेरी आपसे अपील है.’’
उन्होंने कहा कि डिजिटल जगत एक पवित्र और शुद्ध दुनिया है, जो सशक्त करती है. हालांकि, उन्होंने कहा कि फर्जी खबरों जैसे मुद्दे समस्या हैं.
'रिवेंज पॉर्न' भारत में पनप रहा है: प्रसाद
प्रसाद ने कहा कि बदला लेने के लिए पॉर्न पोस्ट डालने की प्रवृत्ति भारत में पनप रहा है. कई मामलों में दो लड़के-लड़के एक दूसरे से जब अलग हो जाते हैं तो बदले की भावना से डिजिल मंच का दुरुपयोग किया जाता है.
प्रसाद ने कहा कि उन्होंने यूट्यूब के दुरुपयोग का मुद्दा अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई के सामने भी रखा है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिचाई से कहा कि आप यूट्यूब पर जाएं तो कहने को उस पर कई सकारात्मक चीजें मसलन पुराने गाने, भाषण और कुछ अच्छी डिजिटल सामग्री दिखाने की बात होती है ....लेकिन उसका दूसरा पहलू देखिये तो .. यूट्यूब का दुरुपयोग हो रहा है.’’
प्रसाद ने कहा कि यूट्यूब, गूगल, मोबाइल और अन्य संबंधित मंच सार्वजनिक मंच हैं. इनका दुरुपयोग पॉर्न, जाली खबरों या हिंसा फैलाने वाली सामग्री के प्रसार के लिए हो रहा है.
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