जम्मू-कश्मीर को लेकर अक्सर कड़ा रुख अख्तियार करने वाली मोदी सरकार अब बातचीत का रास्ता तलाश रही है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में जारी तनाव को दूर करने के लिए सभी पक्षों से लगातार बातचीत शुरू करने की बात कही है. उन्होंने आईबी के पूर्व निदेशक दिनेश्वर शर्मा को केंद्र की ओर से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी है.
राजनाथ सिंह ने कहा:
पीएम मोदी भी लगातार कश्मीर मामले को लेकर चर्चा करते रहे हैं. कश्मीर में भी लगातार बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की मांग उठ रही थी, इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बातचीत की दिशा में आगे बढ़ने का फैसला किया है. जम्मू कश्मीर मसले पर केंद्र और राज्य सरकार, दोनों ही संजीदा हैं. इस मामले के लिए सरकार ने दिनेश्वर शर्मा को अपना प्रतिनिधि बनाया है.राजनाथ सिंह, गृहमंत्री
बातचीत के लिए सरकार की ओर से पूरी आजादी
राजनाथ सिंह ने बताया कि पूर्व आईबी डायरेक्टर दिनेश्वर शर्मा केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर राज्य के राजनीतिक दलों और अन्य स्थानीय संगठनों से बातचीत करेंगे. उन्होंने बताया कि दिनेश्वर शर्मा को इसके लिए पूरे अधिकार दिए गए हैं. उन्हें कैबिनेट सेक्रेटरी का दर्जा प्राप्त है. वे जिससे चाहें बात करें, सरकार की ओर से इसकी पूरी आजादी दी जा रही है.
पहले भी कहा था, बातचीत शुरू करेगी सरकार
12 सितंबर को अपने जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर जाने से पहले भी राजनाथ सिंह ने कहा था कि सरकार जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर सभी पक्षों से चर्चा करने को तैयार है. उन्होंने कहा था कि राज्य में उनके दौरे के दौरान जो भी उनसे मिलने आएगा, उसके साथ बातचीत करेंगे.
गृहमंत्री के इस बयान को अलगाववदियों से बातचीत से जोड़कर भी देखा गया था. लेकिन फिलहाल राजनाथ सिंह ने ये साफ नहीं किया कि क्या अलगाववादी नेताओं से भी सरकार के प्रतिनिधि बात करेंगे?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)