मॉनसून लेकर आएगा खुशखबरी!
- पिछले सालों के मुकाबले इस साल 105 फीसदी ज्यादा बारिश होने की संभावना.
- अल नीनो का असर खत्म हो रहा है.
- पश्चिमी तट और सेंट्रल भारत में अच्छी बारिश की उम्मीद.
- सूखे से इस साल राहत मिलने की उम्मीद.
- सरकारी मौसम विभाग जल्द ही मॉनसून की स्थिती पर ऐलान करने वाला है.
- ला नीना आ रहा है जिससे ज्यादा बारिश की संभावना है.
भारत में इस साल मॉनसून दमदार होगा, 35 फीसदी ज्यादा बारिश होने की संभावना है. ये कहना है देश के इकलौते प्राइवेट मौसम पूर्वानुमान कंपनी स्काईमेट का.
सोमवार को जारी की गई अपनी रिपोर्ट में स्काई- मेट ने कहा है कि,
मॉनसून की बारिश इस साल, हाल के सालों से 105 फीसदी ज्यादा होने की उम्मीद है. बारिश औसत से 35 फीसदी ज्यादा होगी.
जुलाई से सितंबर के बीच मॉनसून आता है और साल की 70 फीसदी बारिश इसी मौसम में होती है. मॉनसून पर ही देश की खेती निर्भर है.
कमजोर पड़ रहा है अल- नीनो
ज्यादा बारिश के पीछे कंपनी का तर्क ये है कि इस साल अल नीनो बेअसर हो जाएगा. कंपनी का कहना है कि मई के आखिरी हफ्ते में जैसे ही मॉनसून केरल तट पर दस्तक देगा अल नीनो का असर खत्म होने लगेगा.
अल नीनो की वजह से प्रशांत महासागर के समुद्र सतह का तापमान बढ़ रहा था जिसकी वजह से एशिया और ईस्ट अफ्रीका में भयंकर गर्मी और साउथ अमेरिका में भारी बारिश और बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है.
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