भारत से सऊदी अरब गए 2,000 से ज्यादा लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. वहां नौकरी करने गए लोगों को वहां की पुलिस ने वैध वीजा और पासपोर्ट होने के बावजूद एक महीने से अधिक से जेद्दा की जेल में कैद कर रखा है.
सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से गुहार लगाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. अब इन लोगों ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है.
वॉट्सऐप से भेजा वीडियो!
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ पीड़ितों ने वॉट्सएेप से वीडियो भेजकर पीएम मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से रिहाई की गुहार लगाई है. पीड़ितों का कहना है कि उन्हें पुरानी कंपनी ने कई महीनों तक वेतन नहीं दिया, जिसके बाद वे दूसरी कंपनियों में काम करने लगे. एक दिन अचानक वहां की पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
1 लाख 80 हजार का जुर्माना
पुलिस का कहना है कि उन पर सरकार की तरफ से 10,000 रियाल (लगभग 1,80,000 भारतीय रुपये) का जुर्माना लगाया है. वहां का कानून कहता है कि अगर आप पहले वाली कंपनी से बिना पासपोर्ट लिए किसी और कंपनी में काम करते हैं, तो सरकार जुर्माना लगाकर गिरफ्तार कर लेती है. जुर्माना न देने पर उसे वापस उसके देश भेज दिया जाता है.
एक बैरक में 140 लोग
पीड़ितों ने बताया कि सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के अधिकारियों को भी कई बार इस बारे में बताया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. इन लोगों को जेद्दा की जेल में बैरक नंबर 79 में रखा है. इनके अलावा और जो लोग हैं, उन्हें अलग-अलग बैरकों में रखा गया है.
एक बैरक में 64 लोगों को रहने का प्रावधान है, लेकिन यहां 140 से ज्यादा लोगों को एक ही बैरक में बंद कर रखा है. उधर जेल के अधिकारियों का कहना है कि भारतीय दूतावास चाहेगा, तभी उनकी रिहाई हो पाएगी.
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