बांद्रा स्टेशन पर मजदूरों की भीड़ जमा होने को लेकर एक मराठी चैनल के पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है. पत्रकार को उस्मानाबाद से गिरफ्तार किया गया है और उसे मुंबई लाया जा रहा है. इस चैनल पर खबर चली थी कि प्रवासी मजदूरों को गांव वापस भेजने के लिए ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है.
हालांकि इस पत्रकार ने सोशल मीडिया पर रेलवे से प्राप्त एक सर्कुलर शेयर कर सफाई दी है कि दरअसल उसे रेलवे के सूत्रों से ही खबर मिली थी कि ट्रेन चलेगी.
इसके साथ ही नवी मुंबई से एक विनय दुबे नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. इस शख्स ने फेसबुक पर एक आठ मिनट का वीडियो शेयर किया था और उत्तर भारतीयों से कहा था कि जिन्हें भी अपने गांव लौटना है वो उससे मैसेज करें.
बांद्रा स्टेशन के बाहर मजदूरों का सैलाब उमड़ पड़ा
बता दें कि मंगलवार को मुंबई के बांद्रा वेस्ट स्टेशन पर मजदूरों का सैलाब उमड़ पड़ा. लॉकडाउन तोड़कर और सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करते हुए ये मजदूर मांग कर रहे थे कि या तो खाना दो या घर जाने दो. बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर इन्हें स्टेशन से भगाया.
इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई जब विपक्ष ने उद्धव सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार गरीबों और मजदूरों को आश्रय देने में नाकाम है.
उधर सत्तापक्ष का आरोप है कि मजदूरों के स्टेशन पर उमड़ आने के पीछे किसी की साजिश है क्योंकि अफवाह फैलाई गई कि बांद्रा से स्पेशल ट्रेन चलेगी.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि ट्रेन शुरू होने का एक मैसेज सर्कुलेट होने के बाद मजदूर बांद्रा स्टेशन पर जमा हुए. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि - अफवाह किसने फैलाई, ये पता लगाने के लिए जांच बिठा दी है.
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