महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एनसीपी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के खास और पार्टी के मुंबई अध्यक्ष सचिन अहीर ने शिवसेना में शामिल हो गए हैं. बांद्रा में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर एक समारोह में अहीर और उनकी पत्नी संगीता का पार्टी में गर्मजोशी से स्वागत किया गया. ठाकरे ने अहीर की कलाई पर एक प्रतीकात्मक शिव बंधन बांधा, एक गुलदस्ता और पार्टी का झंडा भी भेंट किया.
शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि शिवसेना की नीति दूसरी पार्टियों को तोड़ना नहीं है, लेकिन खुद आगे बढ़कर शिवसेना में शामिल होने की इच्छा जताने वालों का पार्टी में हमेशा स्वागत है. उन्होंने कहा, "सचिन भाऊ के आने से सेना की ताकत और बढ़ जाएगी. उन्हें हमारी पार्टी में शामिल होने के फैसले पर पछतावा नहीं होगा."
वहीं, अहीर ने कहा कि आम जनता से संबंधित विकास के मुद्दों और मराठी मानुष के लिए ठाकरे के काम से वो बहुत प्रभावित हैं, जिस वजह से उन्होंने सेना में शामिल होने का फैसला लिया. उन्होंने कहा, "हजारों शिवसैनिकों ने मुझसे पार्टी में शामिल होने का आग्रह किया. पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे निभाऊंगा और पार्टी के विकास और विस्तार में योगदान दूंगा."
अहीर के शामिल होने से क्या बदलेगा?
अहीर के शामिल होने के पीछे आदित्य ठाकरे की विधानसभा की राह को आसान बनाने की रणनीति बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे अक्टूबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में वर्ली विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी में है. सचिन अहीर की इस विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है. हालांकि, 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के सुनील शिंदे उन्हें हरा चुके हैं.
शिवसेना में जाने के बाद अहीर ने बताया कि एक सामाजिक समारोह में उनकी मुलाकात आदित्य से हुई थी, जहां आदित्य ने उनसे कहा था कि शिवसेना को उनके जैसे नेता की जरूरत है जो शहरी राजनीति को समझता है और उसपर पकड़ रखता है. अहीर का कहना है कि इसीलिए उन्होंने शिवसेना में आने का फैसला किया.
सचिन अहीर के राजनीतिक सफर पर एक नजर
1999 में एनसीपी की स्थापना के वक्त से सचिन अहीर पार्टी से जुड़े थे. पहली बार 1999 में मुंबई के शिवड़ी विधानसभा से जीत हासिल कर महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे थे. लेकिन बाद में उन्होंने शिवड़ी विधानसभा छोड़ वर्ली में अपनी पैठ जमाई और वहां से भी जीत हासिल की.
शरद पवार के करीबी होने का फायदा भी अहीर को मिला. 2009 में अशोक चव्हाण की सरकार मे उन्हें अर्बन डेवलपमेंट विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया. अहीर राजनीति में आने से पहले खटाऊ मिल के मलिक सुनील खटाऊ के पास बतौर पीए काम किया करते थे. इतना ही नहीं मुंबई में सबसे बड़ा “दही हांडी” का आयोजन करने के लिए भी सचिन अहीर जाने जाते है.
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