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मीटिंग करने से क्या होगा, प्रदूषण कम करने के उपाय बताओ: NGT 

एनजीटी ने दिल्ली, यूपी, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के पर्यावरण सेक्रेटरी से 8 नवंबर तक रिपोर्ट जमा करने के कहा है

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दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण की वजह से एनजीटी ने गुरूवार को दिल्ली और केंद्र सरकार की फटकार लगाई है. एनजीटी ने कहा दोनों ही सरकारें प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ नहीं कर रही हैं. साथ ही दिल्ली सरकार से ये भी पूछा कि बच्चों को प्रदूषण से बचाने के लिए सरकार ने क्या किया है? क्या स्कूल बंद करने के लिए कोई कदम उठाए?

दिल्ली सरकार ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने इस मामले पर चर्चा के लिए गुरूवार को दो मीटिंग की थी. एनजीटी ने इस पर कहा, “मीटिंग करने से क्या होगा. मीटिंग चाहे तो 20 कर लो लेकिन कोई उपाय तो बताओ.”

दिल्ली सरकार ने कहा प्रदूषण की मुख्य वजह फसलों में आग लगना है तो एनजीटी ने कहा इसके अलावा भी कई और कारण हैं. क्या आपने उन कारणों को ढूंढने की कोशिश की है?

एनजीटी ने प्रदूषण के कारण बताए

एनजीटी ने खुद प्रदूषण फैलने के कई कारण बताए. 10 साल से ज्यादा पुरानी डीजल गाड़ियों पर अभी तक रोक नहीं लग पाई है और प्रदूषण फैलने की यह एक बहुत बड़ी वजह हैं.

साउथ दिल्ली में कई बिल्डर्स का निर्माण कार्य चल रहा है. वह नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे है. उनके निर्माण कार्य से काफी धूल और धुआं उड़ता है जिससे काफी प्रदूषण होता है.

तीसरा कारण बताया, कूड़ा, प्लास्टिक के जलने से भी हवा दूषित होती है. साथ ही आस- पास के राज्यों में खेतों में आग लगाने से भी प्रदूषण बढ़ रहा है.

8 नवंबर तक रिपोर्ट जमा करने को कहा

एनजीटी ने दिल्ली के अलावा यूपी, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के पर्यावरण सेक्रेटरी से प्रदूषण के रोकथाम के लिए अपनाए जाने वाले उपायों की लिस्ट मांगी है और 8 नवंबर तक रिपोर्ट जमा करने के कहा है. साथ ही उन्हें तलब भी किया गया है.

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