नोएडा पुलिस ने फ्लैट खरीदारों के साथ धोखाधड़ी करके करोड़ो रुपये की हेराफेरी करने वाले बिल्डरों के खिलाफ मामला दर्ज करना शुरु कर दिया है. शुक्रवार को नोएडा के छह थाना क्षेत्रों में 13 प्रोजेक्ट के निदेशकों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
तीन दिन पहले ही यूपी सरकार के तीन मंत्री सतीश महाना के नेतृत्व में नोएडा आए थे. इन मंत्रियों के सामने फ्लैट खरीदारों ने अपनी समस्या रखी थी.
दर्ज 13 मामलों में से नौ तो सिर्फ आम्रपाली बिल्डर के खिलाफ हैं. एक मामला सुपरटेक बिल्डर के पर है जबकि तीन केस दूसरे बिल्डरों के खिलाफ हैं.
पुलिस अधीक्षक के पीआरओ प्रभात दीक्षित ने बताया, “31 अगस्त को ग्रेटर नोएडा आए मंत्रियों के सामने सैकड़ों फ्लैट खरीदारों ने अपनी समस्या रखी थी. खरीदारों ने मांग की थी कि उनके साथ धोखाधड़ी करने वाले और उनके पैसों पर ऐश करने वाले बिल्डरों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. उसके बाद मंत्रियों ने पुलिस को इस पर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा था.”
पीआरओ ने बताया कि फ्लैट खरीदारों की शिकायत के आधार पर आम्रपाली बिल्डर के खिलाफ थाना बिसरख में 8 केस दर्ज हुए हैं. थाना सेक्टर 49 में भी आम्रपाली सिलिकॉन सिटी के खरीदारों की शिकायत पर FIR हुई है.
आम्रपाली बिल्डर के निदेशक अनिल शर्मा और दूसरे डायरेक्टरों का नाम आरोपियों में हैं. जबकि थाना बिसरख में सुपरटेक बिल्डर के इको विलेज टू के निवेशकों की शिकायत पर केस हुआ है. वहीं थाना सूरजपुर में एकदंत वेलफेयर सोसाइटी, थाना कासना में टेक्नो सिटी अपार्टमेंट, थाना एक्सप्रेसवे में टुडे होम्स और थाना फेस 3 में ‘द पार्क एवेन्यू’ बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है.
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