ओडिशा के बालासोर (Odisha Train Accident) में हुए भीषण ट्रेन हादसे पर पर एक तरफ अभी ट्रेन के अंदर से लाशों के निकलने का सिलसिला रुका भी नहीं है कि रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग होने लगी है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजीत पवार ने कहा कि पहले इस तरह के हादसों पर रेल मंत्री इस्तीफा देते थे, लेकिन अब कोई बात ही नहीं करता. इस्तीफे से जुड़े सवाल पर अश्विणी वैष्णव ने प्रतिक्रिया भी दी है.
2 एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच 2 जून की शाम ओडिशा के बालासोर में हुए इस भीषण हादसे में अब तक कम से कम 261 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग एक हजार लोग घायल हैं. हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव को पत्रकारों के सवालों का सामना करना पड़ा. पत्रकारों ने सवाल किया कि विपक्ष आपके इस्तीफे की मांग कर रहा है. इसपर रेल मंत्री ने कहा कि
"पहला फोकस रेस्क्यू और रिलीफ पर है... अभी किसकी गलती है इसपर कुछ भी कहना उचित नहीं है. सारा ध्यान राहत और बचाव पर है, जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जाएगा."अश्विणी वैष्णव, केंद्रीय रेल मंत्री
उन्होंने आगे कहा कि ट्रेनों की बहाली जिला प्रशासन से हरी झंडी मिलने के बाद बहाली शुरू होगी. विस्तृत उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और रेल सुरक्षा आयुक्त भी स्वतंत्र जांच करेंगे.
एक कार्यक्रम के लिए नागपुर पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजीत पवार ने कहा था कि ओडिशा में हुआ हादसा बहुत ही दुखद है. इसमें कई निष्पाप लोगों की जान गई है, जबकि हम वंदे भारत जैसे ट्रेन चला रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा था कि "इतना बड़ा हादसा कभी नहीं हुआ. हमने देखा है कि पहले जब रेल हादसे होते थे, तो रेल मंत्री इस्तीफा देते थे, यही भारत का इतिहास है, लेकिन अब इस पर कोई बात ही नहीं कर रहा. मैं तो यही कहूंगा कि जो भी लोगों की जान गई है, उनके परिवार को इस दुःख को सहन करने की क्षमता ईश्वर उन्हें प्रदान करें"
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