पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की फ्लाइट को अपना एयरस्पेस देने से इनकार कर दिया है. राष्ट्रपति कोविंद को फिनलैंड जाना था.शनिवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर में भारत के कदम के खिलाफ यह फैसला लिया गया.
कुरैशी ने कहा, कश्मीर मामले को अब यूएनएचआरसी में ले जाएंगे
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पीटीवी से कहा कि भारत कश्मीर में बेहद सख्त कदम उठा रहा है और वह इस मामले को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद में ले जाएगा. उनका कहना था कि भारत ने कश्मीर की क्षेत्रीय स्वायत्तता खत्म करके वहां कर्फ्यू लगा दिया है. भारत के राष्ट्रपति के विमान को पाकिस्तान की ओर से एयरस्पेस देने से इनकार करना कश्मीर पर इमरान खान के रुख का नतीजा है.
पिछले सप्ताह पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि उनका देश अपना एयरस्पेस भारत के लिए पूरी तरह बंद करने पर विचार कर रहा है. साथ ही अफगानिस्तान और भारत के बीच पाकिस्तान के रास्ते हो रहे व्यापार पर भी पाबंदी लगाई जाएगी.
बालाकोट स्ट्राइक के बाद भी बंद किया था एयरस्पेस
बता दें, बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था. हालांकि इससे उसे 688 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा था, जो भारत की तुलना में 200 करोड़ ज्यादा था. बाद में उसने भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस खोल दिया. कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन न मिलने की वजह से पाकिस्तान की बौखलाहट काफी बढ़ गई है. ऐसे में वह लगातार भारत के खिलाफ कड़े कदम उठाने की धमकी देता रहता है.
पाकिसतानी प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार कश्मीर पर अपने अभियान को और आक्रामक बनाने में लगे हुए हैं. एयरस्पेस न देने जैसे कदम उठा कर वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बताना चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कितने खराब हो चुके हैं. ऐसा करके वह अंतररराष्ट्रीय समुदाय का ज्यादा से ज्यादा ध्यान खींचना चाह रहे हैं.
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