पाकिस्तान ने बुधवार रात जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर सीजफायर का उल्लंघन किया. फायरिंग में एक जवान शहीद हो गया है. तारकुंडी इलाके में बुधवार शाम की गई गोलीबारी की चपेट में आकर सेना का एक जवान शहीद हो गया है. जवान को राजौरी को एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां गंभीर रूप से घायल होने के चलते उन्होंने दम तोड़ दिया.
वहीं एक शख्स के घायल होने की भी खबर है. मंजाकोट सेक्टर में हुई फायरिंग से एक शख्स को गोली लगी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल उस शख्स की हालत स्थिर बनी हुई है. इस गोलीबारी से कुछ मवेशियों की भी मौत हो गई है और कुछ स्थानीय इलाकोंके घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
पाकिस्तान की तरफ से रात 10:20 पर मंजाकोट सेक्टर, केरी सेक्टर में 10:40 पर, बालाकोट सेक्टर में 10:30 पर, करोल मैत्रन में 10:50 पर बेवजह फायरिंग की गई. सुरक्षाबलों ने भी अपनी तरफ से जवाबी कार्यवाही की गई.
पिछले कई दिनों से पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. इससे पहले साल 2019 में पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर सीमा पर पिछले 16 सालों में सबसे ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन किया. पाकिस्तान ने 3,200 से ज्यादा यानी औसतन हर दिन 9 बार सीजफायर का उल्लंघन किया.
भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान ने गोलीबारी इतनी ज्यादा की है, मानों दोनों देशों के बीच कोई सीजफायर समझौता है ही नहीं. 2019 में भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तान की सेना ने सीजफायर उल्लंघन की 3,289 घटनाओं को अंजाम दिया, जिससे 2003 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ सीमा समझौता ‘‘निरर्थक’’ होता जा रहा है.
साल 2018 में हुआ था 2,936 बार सीजफायर
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान ने 2018 में सीजफायर की 2936 घटनाओं को अंजाम दिया था. ये आंकड़े साल 2019 से कम है लेकिन ये महज 353 सीजफायर कम हैं. 2018 में सीजफायर के दौरान 61 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 250 से ज्यादा जख्मी हुए थे. हालांकि, 2017 में सीजफायर के मामले काफी कम थे ये महज 971 थे.
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