पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक पुराना वीडियो शेयर कर भारत पर झूठा आरोप लगाने की कोशिश की. इमरान खान ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा- यूपी में मुस्लिमों के खिलाफ भारतीय पुलिस का नरसंहार.
असल में इमरान खान ने जो वीडियो शेयर किया, वो भारत से नहीं, बल्कि बांग्लादेश का है. इस वीडियो को क्विंट की वेबकूफ टीम ने वेरिफाई भी किया है. ट्विटर पर आलोचना के बाद इमरान खान ने ये ट्वीट डिलीट कर दिया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने भी फेक वीडियो को लेकर इमरान खान पर हमला बोला.
बांग्लादेश का है वीडियो
ये वीडियो 2013 का है और बांग्लादेश की राजधानी ढाका से है. ये हिफाजत-ए-इस्लाम नाम के एक ग्रुप के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को दर्शाता है, जिसने राजधानी में कड़ी इस्लामी नीतियों को लाने के लिए एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था.
2013 की न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिसबल और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई इस हिंसा में 28 लोगों की मौत हो गई थी. दुकानों में आग लगा दी गई थी, पेड़ों को काटा गया था और पूरा शहर एक युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया था.
क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस वीडियो को वेरिफाई किया था. खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें.
आलोचना के बाद डिलीट किया वीडियो
गलत वीडियो शेयर कर भारत पर झूठा आरोप लगाने वाले इमरान खान ने आलोचना के बाद ट्वीट डिलीट कर दिया है. यूपी पुलिस ने भी इमरान खान को जवाब दिया है. यूपी पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश से नहीं, बल्कि बांग्लादेश से है.
फेक वीडियो शेयर करने पर प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई लोगों ने ट्विटर पर इमरान खान को लताड़ लगाई है.
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