प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को छात्रों के साथ 'परीक्षा पर चर्चा' करने जा रहे हैं. इसमें छात्र, शिक्षक, अभिभावक हिस्सा लेंगे. परीक्षा पर चर्चा सुबह 11 बजे तालकटोरा स्टेडियम में होगी. इस कार्यक्रम में इस बार खासतौर पर दिव्यांग छात्रों को प्रधानमंत्री से अपने मन की बात कहने व प्रश्न पूछने का मौका मिलेगा.
परीक्षा पर चर्चा का यह तीसरा संस्करण है. इस कार्यक्रम में छात्रों के पास यह सुविधा होती है कि वे अपना सवाल सीधे प्रधानमंत्री को भेज सकते हैं. यह कार्यक्रम इस उद्देश्य से शुरू किया गया है कि छात्र तनावमुक्त होकर परीक्षा दे सकें.
HRD मिनिस्टर की अपील
इस बार प्रधानमंत्री यहां दिव्यांग छात्रों से विशेष तौर पर चर्चा करेंगे. उन्हें यहां लाने और उनके बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अनुसार, दिव्यांग छात्रों ने इस कार्यक्रम में विशेष रूप से ज्यादा रुचि ली है. निशंक ने बताया कि दिव्यांग छात्र सीधे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं और ये छात्र प्रधानमंत्री के साथ सीधा संवाद करेंगे. निशंक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि छात्रों की परीक्षाएं तनावमुक्त हों, ताकि सभी विद्यार्थी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें.
अपने वीडियो संदेश में निशंक ने कहा, "मैं देशभर के सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से 20 जनवरी को परीक्षा पर चर्चा-2020 कार्यक्रम से जुड़ने का आह्वान करता हूं."
मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के मद्देनजर ओडिशा, असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल जाकर छात्रों के साथ विशेष मुलाकात की है. उन्होंने स्कूल में छात्रों के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत की.
कई देशों के छात्र चर्चा में लेंगे हिस्सा
धोत्रे ने छात्रों से कहा कि वे किसी भी परीक्षा का दबाव न लें और 20 जनवरी को 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम देखें, जिसमें प्रधानमंत्री देशभर के स्कूली छात्रों के साथ परीक्षा से संबंधित मुद्दों पर बातचीत करेंगे.
छात्रों के बीच प्रधानमंत्री की यह चर्चा लोकप्रिय रही है, और यही कारण है कि पिछले साल के मुकाबले 250 अधिक छात्रों ने इस बार परीक्षा पर चर्चा के लिए अपना पंजीकरण करवाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में इस बार भारतीय छात्रों के अलावा बड़ी संख्या में दुनिया के अलग-अलग देशों में रह रहे छात्र भी जुड़ने जा रहे हैं. परीक्षा पर चर्चा का पहला संस्करण 16 फरवरी, 2018 को आयोजित हुआ था और इसका दूसरा संस्करण 29 जनवरी, 2019 को हुआ था.
(इनपुट: IANS)
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