फेसबुक पर हेट पोस्ट को लेकर बीजेपी से जुड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं करने के आरोपों की जांच अब संसदीय समिति करेगी. द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में फेसबुक के टॉप पब्लिक पॉलिसी एग्जिक्यूटिव ने बीजेपी से जुड़े उन लोगों और ग्रुप पर हेट स्पीच नियमों को लागू नहीं किया, जो हिंसा को बढ़ावा देने या भाग लेने के लिए इंटरनली फ्लैग किए गए थे.
कमेटी के चेयरमैन शशि थरूर ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि कमेटी इस मामले में फेसबुक की राय जानेगी. उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से इस मामले को देखूंगा और समिति फेसबुक से उनकी राय जानेगी.” रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि समिति सचिवालय 17 अगस्त को फेसबुक को लिखकर इसके स्पष्टीकरण की मांग करेगी. कंपनी को समन भी किया जा सकता है.
फेसबुक पर क्या है आरोप?
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजनेस का हवाला देते हुए, भारत में फेसबुक की टॉप पब्लिक पॉलिसी एग्जीक्यूटिव ने बीजेपी से जुड़े ग्रुप्स और कम से कम चार लोगों पर हेट स्पीच नियमों लागू करने का विरोध किया था, बावजूद इस तथ्य के, कि हिंसा को बढ़ावा देने या उसमें हिस्सा लेने के लिए उनकी आंतरिक तौर पर पहचान की गई थी.
कंपनी ने दी सफाई
इस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर एक फेसबुक कहा कि कंपनी सभी नीतियों को वैश्विक स्तर पर लागू करती है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ''हम हेट स्पीच और हिंसा भड़काने वाले कॉन्टेंट पर प्रतिबंध लगाते हैं और हम किसी की राजनीतिक स्थिति या पार्टी संबद्धता के बिना इन नीतियों को वैश्विक स्तर पर लागू करते हैं. जबकि हम जानते हैं कि अभी करने के लिए और भी है, हम एनफोर्समेंट पर प्रगति कर रहे हैं और निष्पक्षता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रक्रिया का नियमित ऑडिट करते हैं.''
कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने
इस पूरे मुद्दे पर कांग्रेस ने संयुक्त संसदीय समिति जांच की मांग की है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्विटर पर सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा, "बीजेपी और आरएसएस भारत में फेसबुक और WhatsApp को कंट्रोल करते हैं. वे इसके जरिए फेक न्यूज और नफरत फैलाते हैं और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं."
इसपर कैबिनेट मंत्री रवि शंकर प्रसाद का जवाब सामने आया है. प्रसाद ने कैंब्रिज एनालिटिका का जिक्र करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि हारे हुए लोग कह रहे हैं कि पूरी दुनिया को बीजेपी और आरएसएस कंट्रोल कर रहे हैं.
रवि शंकर प्रसाद ने लिखा, “आपको चुनाव से पहले कैंब्रिज एनालिटिका और फेसबुक के साथ डेटा को वेपानाइज करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था और अब आपकी हिम्मत हमसे सवाल करने की हो गई?”
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)