जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को विधानसभा भंग करने और ताजा चुनाव कराए जाने की राज्यपाल से सिफारिश करनी चाहिए.
हम पीडीपी व बीजेपी से कहते हैं कि चूंकि आप बीते दो महीनों में सरकार बनाने में नाकाम रहे हैं, इसलिए अब समय आ गया है कि पार्टी हितों से ऊपर उठकर राज्यपाल से विधानसभा भंग करने व ताजा चुनाव कराने की सिफारिश करें.उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर
श्रीनगर में नेशनल कांफ्रेस (NC) के युवा सम्मेलन को संबोधित करने के बाद उमर अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से बातचीत की.
मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद हमसे कहा गया कि सरकार का गठन चार दिन बाद किया जाएगा. उसके बाद कहा गया कि सरकार का गठन 40 दिन बाद किया जाएगा और अब कहा गया कि सरकार संसद के मौजूदा सत्र के खत्म होने के बाद बनेगी.
उमर ने कहा कि राज्यपाल एन.एन.वोहरा द्वारा पंचायत एवं शहरी निकायों के चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत करने का फैसला करना इस बात का संकेत है कि राज्य में चुनाव बेहद नजदीक हैं.
सरकार गठन के लिए पीडीपी को समर्थन देने की बात खारिज करते हुए उमर ने कहा, “हमने यह प्रस्ताव बीजेपी को राज्य में सत्ता से बाहर रखने के लिए मुफ्ती मोहम्मद सईद को दिया था.”
उन्होंने कहा कि अब इस तरह के समर्थन का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यालय श्रीनगर समेत कई जगहों पर खुल गए हैं.
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