पेट्रोल डीजल की कीमतें अब रोज घटती बढ़ती हैं. ये फैसला पूरे देश में 16 जून से लागू हो गया है. लेकिन क्या आपने गौर किया कि 1 जुलाई से लेकर अब तक पेट्रोल डीजल के दामों में कितनी बढ़ोतरी हुई है.
इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 1 जुलाई से सरकारी ऑइल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 5.64 रुपये/लीटर और डीजल के दाम में 3.72 रुपये/लीटर का इजाफा किया है. यानी पेट्रोल के दाम में 9% और डीजल में 7% का इजाता हुआ है.
इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल बुधवार को 68.73 रुपये प्रति लीटर था और डीजल 57.05 रुपये प्रति लीटर. जबकि 1 जुलाई को पेट्रोल 63.09 रुपये अैर डीजल 53.33 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा था.
पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में नहीं रखा गया है. सरकार ने 2010 में पेट्रोल के दाम से और 2014 में डीजल के दामों से अपना कंट्रोल हटा लिया था. देश में पेट्रोल और डीजल के दाम का संबंध अंतरराष्ट्रीय भाव से होता है न कि कच्चे तेल से.
पंप डीलरों ने किया था विरोध, लेकिन फिर....
पेट्रोल पंप डीलरों ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में रोजाना बदलाव का पहले तो विरोध किया था. उनका कहना था कि इससे उनको कीमत कम रहने पर लाभ नहीं होगा और इनवेंटरी का घाटा होगा. 16 जून से 30 जून तक तो पेट्रोल (2.17 रुपये प्रति लीटर) और डीजल (1.03 रुपये प्रति लीटर) के दाम घटे, लेकिन जब पंप डीलरों ने देखा कि 1 जुलाई से कीमत बढ़ रही है और उन्हें लाभ हो रहा है तो उन्होंने इसका विरोध भी बंद कर दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)