पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक नेता को उत्तर प्रदेश के हाथरस केस के संबंध में केरल के त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है. शख्स की पहचान PFI महासचिव, रऊफ शरीफ के रूप में हुई है. पुलिस का कहना है कि वो ओमान भागने की फिराक में था. शरीफ से पूछताछ और उसे यूपी लाने के लिए एसटीएफ की एक टीम केरल के लिए रवाना हो गई है.
ईडी और यूपी पुलिस, दोनों शरीफ की तलाश में थीं और उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया था. यूपी पुलिस जहां हाथरस केस की जांच कर रही है, वहीं, ईडी PFI की विदेशी फंडिंग की जांच कर रही है.
हाथरस में एक दलित युवती के कथित गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद हिंसा फैलाने की साजिश में PFI का नाम आया सामने आया था. पुलिस ने PFI से कथित तौर पर जुड़े चार युवकों को मथुरा से गिरफ्तार किया था. मथुरा से गिरफ्तार केरल के युवक कप्पन का शरीफ से कनेक्शन सामने आ रहा है, जिसके बाद यूपी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि हाथरस केस के बाद प्रदेश में दंगा भड़काने की साजिश में शामिल चार अभियुक्तों- केरल के मलप्पुरम के रहने वाले सिद्दीकी कप्पन, मुजफ्फरनगर के अतीकुर्रहमान, रामपुर के आलम और बहराइच के मसूद को पांच अक्टूबर को मथुरा के मांट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था. चारों आरोपी दिल्ली से हाथरस जा रहे थे.
पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान PFI से जुड़े आरोपियों अतीकुर्रहमान और मसूद को दंगा भड़काने की साजिश में आर्थिक मदद और संसाधन उपलब्ध कराने में केरल निवासी रऊफ शरीफ की भूमिका सामने आई थी.
एडीजी ने बताया कि खुफिया इनपुट के मुताबिक, वो विदेश भागने की फिराक में था, जिसके बाद मथुरा में दर्ज मुकदमे ने उसे निरुद्ध कर उसके खिलाफ 18 नवंबर 2020 को लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. अब एसटीएफ उससे पूछताछ करेगी.
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