सीनियर IAS ऑफिसर प्रमोद कुमार मिश्रा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया, जबकि पी.के. सिन्हा को उनका नया प्रधान सलाहकार बनाया गया है. इससे पहले मिश्रा प्रधानमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव, और सिन्हा प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष कार्याधिकारी (OSD) का कार्यभार संभाल रहे थे. पीके मिश्रा को ये जिम्मेदारी नृपेंद्र मिश्रा के प्रधान सचिव का पद छोड़ने के बाद दी गई है.
गुजरात काडर के IAS अधिकारी हैं पीके मिश्रा
पीके मिश्रा 1972 बैच के गुजरात काडर के IAS अधिकारी हैं. जब प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे उस वक्त पीके मिश्रा ने उनके साथ काम किया था. वो, पीएम के प्रधान सलाहकार पीके सिन्हा से 5 साल सीनियर हैं. पीके सिन्हा 1977 बैच के यूपी काडर के IAS अधिकारी हैं.
आपदा प्रबंधन में हासिल है यूएन अवॉर्ड
पीके मिश्रा को आपदा प्रबंधन, एनर्जी सेक्टर, फाइनेंशियल मैनेजमेंट से जुड़े कार्यक्रमों के मैनेजमेंट का लंबा अनुभव है. वो प्रधानमंत्री के अपर मुख्य सचिव, कृषि और सहयोग के सचिव राज्य विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन के पदों पर कामकाज कर चुके हैं.
हाल ही में डॉ. मिश्रा को यूनाइटेड नेशंस सासाकावा अवॉर्ड 2019 से सम्मानित किया गया है. आपदा प्रबंधन में ये सबसे प्रतिष्ठित इंटरनेशनल अवॉर्ड है.
- मिश्रा ने यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से इकनॉमिक्स / डेवलपमेंटल स्टडीज में पीएचडी और विकास अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की है.
- उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से इकनॉमिक्स में एम.ए. किया है.
- पीके मिश्रा 1970 में जी.एम. कॉलेज (संबलपुर विश्वविद्यालय) से फर्स्ट डिविजन में बी.ए. ऑनर्स (अर्थशास्त्र) की परीक्षा पास की थी.
- ओडिशा के सभी यूनिवर्सिटीज में इकनॉमिक्स में फर्स्ट डिविजन हासिल करने वाले वे इकलौते छात्र थे.
2014-19 के दौरान प्रधानमंत्री के अपर मुख्य सचिव के रूप में पीके मिश्रा को वरिष्ठ पदों पर नियुक्तियों समेत ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में इनोवेशन और बदलाव का श्रेय दिया जाता है.
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