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कौन हैं मरियम थ्रेसिया, जिन्हें PM मोदी ने बताया देश का गौरव

पोप फ्रांसिस 13 अक्टूबर को मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करेंगे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 सितंबर को प्रसारित हुए 'मन की बात' कार्यक्रम में केरल की नन मरियम थ्रेसिया का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ''हमारा भारतवर्ष ऐसे असाधारण लोगों की जन्म-भूमि और कर्म-भूमि रहा है, जिन्होंने अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों की भलाई के लिए सारा जीवन खपा दिया.''

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थ्रेसिया के बारे में पीएम मोदी ने कहा-

  • एक महान विभूति को 13 अक्टूबर को वेटिकन सिटी में सम्मानित किया जा रहा है. यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है कि पोप फ्रांसिस आने वाले 13 अक्टूबर को मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करेंगे
  • सिस्टर मरियम थ्रेसिया ने 50 साल के अपने छोटे से जीवनकाल में ही मानवता की भलाई के लिए जो काम किए, वो पूरी दुनिया के लिए मिसाल हैं. समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र से उनका अद्भुत लगाव था. उन्होंने कई स्कूल, हॉस्टल और अनाथालय बनवाए और वो जीवनभर इस मिशन में लगी रहीं
  • उन्होंने Congregation of the Holy Family की स्थापना की. जो आज भी उनके जीवन दर्शन और मिशन को आगे बढ़ा रहा है. मैं एक बार फिर से सिस्टर मरियम थ्रेसिया को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारत के लोगों को, खास तौर पर हमारे ईसाई भाइयों-बहनों को इस उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं
थ्रेसिया का संबंध सायरो-मलाबार कैथोलिक चर्च से है. उनका जन्म त्रिशूर के पुथेनचीरा में 26 अप्रैल, 1876 को हुआ था और निधन 8 जून, 1926 को कुझीकट्टूसेरी में हुआ था.

पोप फ्रांसिस ने एक जुलाई को वेटिकन में कार्डिनल की साधारण औपचारिक परिषद में मरियम थ्रेसिया को मान्यता प्राप्त संतों की सूची में शामिल किए जाने को स्वीकृति दी थी. थ्रेसिया को संतों की सूची में शामिल किए जाने का कार्यक्रम सेंट पीटर्स स्क्वायर में होगा. उन्हें एक प्रार्थना सभा के दौरान इंग्लैंड के जॉन हेनरी न्यूमैन, इतालवी जोसफीन वानिनी, स्विस मार्गुरेट बेज और ब्राजीलियाई इर्म डुलसे पोंट्स के साथ संत की सूची में शामिल किया जाएगा.

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