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झारखंड: पहले PM ने लिखी चिट्ठी, अब कर दी सरपंच की तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में जल संरक्षण के लिए तीन अपील भी कीं

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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दूसरे टर्म के पहले मन की बात प्रोग्राम में लोगों के सामने अपनी बात रखी. इस दौरान पीएम ने जल संकट पर डीटेल में अपनी बात रखी. उन्होंने इससे निपटने के तरीकों पर भी चर्चा की.

प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड के एक सरपंच का संदेश भी मन की बात में बताया. पीएम ने जल संरक्षण के लिए सरपंच को चिट्ठी लिखी थी. इसके बाद सरपंच ने भी उन्हें चिट्ठी लिखकर अपने काम के बारे में बताया.

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झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकसमंडी ब्लॉक की लुपुंग पंचायत के सरपंच दिलीप कुमार रविदास ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी में लिखा,

मेरा नाम दिलीप कुमार रविदास है. पानी बचाने के लिए जब पीएम ने हमें चिट्ठी लिखी तो हमें विश्वास ही नहीं हुआ कि प्रधानमंत्री ने हमें चिट्ठी लिखी है. जब हमने 22 तारीख को गांव के लोगों को इकट्ठा करके, प्रधानमंत्री की चिट्ठी सुनाई तो गांव के लोग बहुत उत्साहित हुए और पानी बचाने के लिए तालाब की सफाई और नया तालाब बनाने के श्रमदान करके अपनी भागीदारी के लिए तैयार हो गए.  बारिश से पहले अब हमें पानी की कमी नहीं होगी. हमें प्रधानमंत्री ने सही समय पर आगाह कर दिया. 
दिलीप कुमार रविदास

प्रधानमंत्री ने मन की बात में जल संरक्षण के लिए लोगों से तीन अपीलें भी कीं.

PM ने की जनआंदोलन शुरू करने की अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने संकट से निपटने एक बड़े जनआंदोलन की शुरूआत करने की अपील की. प्रधानमंत्री ने फिल्म, खेल, मीडिया, सामाजिक संगठन, सांस्कृतिक संगठनों लोगों से इस आंदोलन के साथ जुड़ने की अपील की.

पानी की एक-एक बूंद को बचाने के लिए जागरुकता अभियान को चलाने की जरूरत है. इसमें पानी से जुड़ी समस्याएं. उनसे निपटने के तरीके बताएं और उन तरीकों का प्रचार-प्रसार करेंगे.

जल संरक्षण के पारंपरिक तौर-तरीकों को अपनाएं

प्रधानमंत्री ने दूसरी अपील करते हुए कहा कि देश में सदियों से कई पारंपरिक तौर तरीके प्रचलन में हैं. उन्हें जल संरक्षण के लिए प्रचलन में लाए जाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने इसके लिए पोरबंद में बने एक वाटर स्टोरेज टैंक का भी जिक्र किया.

आपमें से जिसे बापू के जन्मस्थान जाने का मौका मिला हो, उसने उनके घर के पीछे देखा होगा, एक दूसरा घर है. वहां 200 साल पुराना पानी कंटाका है. उसमें बारिश के पानी को रोकने की व्यवस्था है. आज भी वहां पानी भरा हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

डेटाबेस बनानें में करें सहयोग

प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण के बारे में तीसरी अपील करते हुए लोगों से उन संगठन और लोगों के बारे में जानकारी देने को कहा जो जल संरक्षण के क्षेत्र में काम करते हैं.

हम जल संरक्षण से जुड़ें ज्यादा से ज्यादा तरीकों की एक सूची बनाकर लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करें. आप सभी #JanShakti4JalShakti हैशटेग का उपयोग कर अपना कंटेंट शेयर कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने मन की बात में प्रेमचंद समेत आपातकाल और केदारनाथ यात्रा पर भी बात की.

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