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PM मोदी की ‘परीक्षा पर चर्चा’, कहा- सफलता के लिए आत्मविश्वास जरूरी

परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में बच्चों के सवालों का जवाब दे रहे हैं पीएम मोदी

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भारत
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अंकों के बारे में नहीं सोचना चाहिए, सिर्फ मेहनत करनी चाहिएः पीएम

11वीं के छात्र गिरीश सिंह ने सवाल किया कि अगले साल मेरी (12वीं) और आपकी (लोकसभा चुनाव) दोनों की बोर्ड परीक्षा है? क्या आप इसे लेकर नर्वस हैं?

इस पर पीएम मोदी ने कहा कि अंकों के बारे में नहीं सोचना चाहिए, सिर्फ पढ़ाई पर मेहनत करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ अपना काम करना चाहिए. रिजल्ट की चिंता नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में भी मैं इसी सिद्धांत पर चलता हूं कि सिर्फ देशवासियों के लिए काम करता रहूं. समय का क्षण-क्षण और शरीर का कण-कण देशवासियों के लिए लगाता रहूंगा. चुनाव तो आते-जाते रहेंगे, मेरा उद्देश्य सिर्फ देश सेवा है.

1:56 PM , 16 Feb

शिष्य की उपलब्धि पर गुरू को होती है खुशीः पीएम

शिलॉन्ग के एक छात्र कुशाग्र ने सवाल किया कि परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आप शिक्षकों को क्या सलाह देना चाहेंगे?

इस पर पीएम मोदी ने कहा, ‘गुरु अपने शिष्य के लिए जीवन खपा देते हैं और शिष्य की उपलब्धि पर ही उन्हें खुशी होती है. हमारे समाज में शिक्षकों को पहले परिवार के सदस्यों की तरह माना जाता था, आज हमें इस भावना को फिर से जगाने की आवश्यकता है.’

पीएम मोदी ने कहा कि समय को खराब करने का मतलब होता है कि आपको प्राथमिकता का पता नहीं है. उन्होंने कहा, ‘आपको पता होना चाहिए कि हमारा भला किन चीजों में है और हमें क्या करना चाहिए.’

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1:53 PM , 16 Feb

जो अनुकूल हो वही योग करिएः पीएम

दिल्ली की छात्रा दीपशी ग्रोवर ने सवाल किया कि परीक्षा के दौरान योग कैसे मदद कर सकता है? इस पर पीएम मोदी ने कहा, “आपको जो भी योगासन अच्छा लगता हैं आप वही आसन कीजिये, उसी से आपके अंदर ऊर्जा का संचार होगा और ध्यान केंद्रित करने में सहायता मिलेगी.”

पीएम ने कहा कि नींद बहुत जरूरी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप सोते ही रहें. मुझे बिस्तर पर जाने के बाद सोने में 30 सेकंड से ज्यादा नहीं लगता. आप भी अपनी नींद को वेरिफाइ करिए.

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1:31 PM , 16 Feb

हर वक्त करियर, परीक्षा का टेंशन ठीक नहींः पीएम

मध्य प्रदेश की एक छात्रा ने सवाल किया कि परीक्षा के समय बाकी जगहों पर ध्यान बंटने से कैसे बचा जाए? फोन से कैसे बचा जाए?

पीएम मोदी ने कहा कि फोकस करने के लिए डीफोकस होना भी जरूरी होता है. उन्होंने कहा, ‘ ‘अगर आपको किसी बर्तन में दूध भरना है तो पहले बर्तन खाली करना होगा. 24 घंटे परीक्षा, भविष्य के बारे में सोचने से काम नहीं चलता. इन शब्दों के बाहर भी दुनिया है. शास्त्रों में पंचमहाभूतों की चर्चा है. मनुष्य की रचना ऐसी है कि जब वह पंच महाभूत के संपर्क में आता है तो नई ऊर्जा आ जाती है.’

पीएम ने कहा परीक्षा के दिनों में स्ट्रेस से बचने के लिए कुछ टाइम निकाल कर वो करें, जो आपको आनंद देता है. उन्होंने कहा कि अगर आपको किसी से मिलना या बात करना अच्छा लगता है तो करें. क्योंकि डीफोकस हुए बिना आप फोकस नहीं कर सकते हैं.

1:23 PM , 16 Feb

बेटे की उपलब्धि को सोशल स्टेटस मत बनाइएः पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि परिवार में एक खुला वातावरण होना जरूरी है. बेटा-बेटी जब 18 साल के हो जाएं तो उन्हें मित्र मानना चाहिए.

पीएम ने पेरेंट्स से भी कहा कि वह बच्चों की उपलब्धि को सोशल स्टेटस न बनाएं. किसी और की कथा सुनकर अपने बच्चों को बेकार न कहें. क्योंकि हर व्यक्ति की अपनी खासियत होती है. पीएम ने कहा कि अंक या एग्जाम जिंदगी नहीं होते.

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Published: 16 Feb 2018, 12:52 PM IST
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