दावोस में वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम इस बार भारत के लिए बहुत खास है. सालाना आर्थिक सम्मेलन में दुनियाभर के इकनॉमिस्ट और सरकारों के दिग्गज पहुंचते हैं. लेकिन स्विटजरलैंड के दावोस में इस बार भारत के प्रतिनिधियों का बड़ा जमावड़ा होने वाला है.
इस बार की पूरी गुंजाइशन है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां पहुंचेंगे. अगर पीएम मोदी पहुंचे तो 20 साल में पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री दावोस पहुंचेगा. इससे पहले 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा गए थे.
जाहिर है अार्थिक दुनिया के तमाम एक्सपर्ट की नजरें प्रधानमंत्री मोदी पर खासतौर पर होंगी. लेकिन इसके अलावा भी भारत की तरफ से छह केंद्रीय मंत्री, दो मुख्यमंत्री, वित्तमंत्रालय के शीर्ष अधिकारी और 100 से अधिक सीईओ हिस्सा लेंगे. यह भारत की अपनी तरह की सबसे बड़ी मौजूदगी होगी.
क्या है ये सम्मलेन?
वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम यानी डब्ल्यूईएफ का यह 48वां सम्मेलन 22 से 27 जनवरी तक चलेगा. इसमें दुनिया के 3000 से ज्यादा उद्योगपति और नेता शामिल होंगे.
वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम स्विट्जरलैंड में स्थित एक नॉन प्रॉफिट संस्था है. इसका मुख्यालय जिनेवा में है. स्विस अधिकारीयों द्वारा इसे एक निजी-सार्वजनिक सहयोग के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है. इसका मिशन दुनिया के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को एक साथ लाकर ग्लोबल डेवलपमेंट की दिशा तय करना है.
इस बार इस सम्मलेन का थीम 'बिखरी हुई दुनिया में भविष्य में मिल बांट कर आगे बढ़ना' है.
अरुण जेटली, मुकेश अंबानी, शाहरुख भी होंगे
डब्ल्यूईफ समिट में इस बार काफी तादाद में भारतीयों की मौजूदगी होगी. इसमें रिलायंस ग्रुप के मालिक मुकेश अंबानी, चंदा कोचर, समेत कई कंपनियों के सीईओ का नाम शामिल है.
सरकार की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली, सुरेश प्रभु, रेल मंत्री पीयूष गोयल, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के शामिल होने की भी संभावना है. साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी इसमें भाग लेंगे.
बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान और डायरेक्टर करण जौहर के भी पहुंचने की उम्मीद है.
हालांकि अभी पीएम नरेंद्र मोदी के इसमें शामिल होने की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है लेकिन जानकार सूत्रों के अनुसार मोदी बैठक के विशेष समापन सत्र को संबोधित कर सकते हैं. बैठक के आधिकारिक कार्यक्रम की घोषणा अभी होनी है.
पाकिस्तान और चीन के पीएम के आने की भी उम्मीद
वहीं इस सम्मलेन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अपने कैबिनेट के कई मंत्रियों के साथ इस सम्मलेन में शामिल हो सकते हैं. साथ ही फ्रांस के राष्ट्रपति एम्मानुएल मैक्रॉन ने शामिल होने की घोषणा कर दी है.
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